फर्रुखाबाद : डीएम नरेन्द्र कुमार के निर्देश पर पुरे शहर में अतिक्रमण हटाओ अभियान चल रहा है और ठीक भी है इसी बहाने गंदगी तो साफ हो रही है | लेकिन क्या आदेश केवल गरीबो के लिए है क्या केबल गरीब ही जिले में अतिक्रमण किये है क्या असर दार लोग पुरे के पुरे भवन अतिक्रमण में नही बनाये है | लेकिन उन की तरफ प्रशासन की नजर नही पडती है | गुरुवार को सुबह से शहर के आबास विकास में चलाये गये अतिक्रमण अभियान को केबल गरीबो के आशियानों पर ही चला कर समाप्त करना पड़ा | सत्ताधारी लोगो के भवनों की तरफ उनकी जेसीबी उडी तक नही |
आवास विकास में सड़क किनारे अतिक्रमण कर दुकाने खोले दुकानदारो पर प्रशासन की जेसीबी का कहर बरपा | सभी दुकानों को तोड़ दिया गया | भारतीय जीवन बीमा निगम के भवन के सामने से लेकर लोहिया अस्पताल के किनारे रखी गयी दुकानों को तोड़ दिया गया प्रशासन को ना ही भाजपा नेता सुशील शक्य का मकान के बाहर अबैध अतिक्रमण दिखायी दिया और ना सपा नेता डॉ जितेन्द्र सिंह यादव के की पत्नी अनीता रंजन के अस्पताल के बाहर का अतिक्रमण |
मिडिया का जमावड़ा देख हालाकि नगर मजिस्ट्रेट श्रीनिवास तिवारी व क्षेत्राधिकारी नगर बाईपी सिंह अस्पताल के बाहर जेसीबी लेकर पंहुचे तो अस्पताल के कर्मचारियों ने अतिक्रमण खुद तोड़ लेने की बात कही जिस पर दोनों अधिकारी बापस लौट आये | हालाकि मौके पर मौजूद तहसील दार सदर राजेंद्र चौधरी ने प्रयास भी किया लेकिन उनकी एक ना चली | कुल मिला कर सभी अधिकारी अपना सा मुंह लेकर लौट गये |
वही गरीब अपने साथ हुए इस व्यबहार को देख कर आंसू भरी आँखों से यही पूंछ रहा था की क्या कानून केबल मेरे लिए ही बना है | जब अन्य लोगो मौका दिया गया है तो हम लोगो को भी मौका मिलना चाहिए था लेकिन उनकी कहने वाला कोई नही था |
इस सम्बन्ध में तहसीलदार राजेंद्र चौधरी ने बताया की सभी दुकानदारो को पहले ही बता दिया गया था लेकिन उन्होंने खुद अतिक्रमण नही हटाया | अस्पताल में कर्मियों को खुद तोड़ने को कह दिया गया है | यदि नही हटाया गया तो फिर जेसीबी से तोडा जायेगा |