लखनऊ: लोकसभा चुनाव में सपा के शर्मनाक प्रदर्शन पर विधायकों पर कार्रवाई के जो कयास लगाए जा रहे थे उसके उलट हुआ। सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव तथा मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने विधायकों के अंदर जोश भरा और 2017 के विधानसभा चुनाव की तैयारियों में जुटने का आदेश दिया।
कयास लगाया जा रहा था कि लोकसभा चुनाव में प्रत्याशियों के खराब प्रदर्शन का ठीकरा विधायक तथा मंत्रियों पर फूटेगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव के साथ मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने उनकी पीठ थपथपाई और उनके आगे के चुनावों की तैयारी में जुटने को कहा। करीब ढाई घंटे तक चली इस बैठक में मुलायम सिंह ने सभी के भीतर जोश भरा। उन्होंने कहा कि हमारे नेता तथा कार्यकर्ता जनता के बीच सरकार की उपलब्धियां नहीं पहुंचा सके जबकि भाजपा अपने इस काम में सफल रही।
मुलायम सिंह ने कहा कि हमारी पार्टी संघषरें की कोख से पैदा हुई है। हमको इसको और मजबूत करना होगा। उन्होंने कहा कि इस हार को भूलकर सभी लोग अपने क्षेत्र में जुट जाओ और सरकार की सभी उपलब्धियों को एक-एक लोग के बीच में ले जाओ। उन्होंने कहा कि हम प्रचार के मामले में काफी पीछे रह गए जबकि हमारे पास जुझारू व कर्मठ कार्यकर्ता तथा नेताओं की बड़ी फौज है।
मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि इस हार से कोई भी निराश व हताश न हो तो पार्टी के हित में होगा। उन्होंने कहा कि भाजपा से छह माह में लोगों का मोहभंग हो जाएगा। हमको अब इसका पूरा लाभ लेना होगा।
कुल मिलाकर आज सभी को फटकार के स्थान पर पुचकार मिली। चुनाव में पीछे रहने का ठीकरा भाजपा की आरएसएस पर फोड़ा गया। इस चुनाव में मैदान में उतरे प्रत्याशियों को उम्मीद थी कि भीतरघातियों पर कोई न कोई कार्रवाई जरूर होगी, लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं हुआ। गौरतलब है कि लोकसभा चुनाव से पहले मुलायम सिंह यादव ने सावर्जनिक रूप से कहा था कि जिनके क्षेत्र में प्रत्याशी हारेगा, वह अपना भविष्य भी सोच लें।
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