फर्रुखाबाद : बीते तकरीवन 24 घंटे तक जिला जेल में चला कैदियों का उपद्रव की मुख्य बजह उनकी सुबिधाओ को रोक देना माना जा रहा है | बीते तकरीवन पंद्रह दिन पूर्व जेल में तमंचा बरामद हुआ था | जिसके बाद बन्दियो की सभी सुबिधाये रोक दी गयी | जिसने घटना को जन्म दिया |
जेलों का हाल किसी से छुपा नही | जेल उस तरह है की हाथी के दन्त दिखाने के और और खाने के और | जिला जेल और सेंट्रल जेल का अपना ही एक इतिहास है इन जेलों में इक्का दुक्का छोड़ कर कभी किसी अधिकारी ने कोई भी आपत्ति जनक वस्तु बरामद नही की | और कैदी इसका सुबिधा शुल्क चुकाकर आराम से कई सुबिधाओ का लाभ लेते है |
जेल सूत्रों की माने तो पंद्रह दिन पूर्व जिला जेल में कैदियों के पास से एक तमंचा कारतूस बरामद हुए थे | जिस पर अधिकारियो ने जेल में कैदियों की सभी सुविधाओ पर रोक लगा दी थी | जिससे बंदी आक्रोशित थे और मौके की तलाश कर रहे थे | वही बबाल की दूसरी बजह जेल में बंद कुछ कैदियों की जमानत ना हो पाना भी बतायी जा रही है | बीते कुछ दिनों से अधिकारियो के ना बैठने के कारण जमानत में देरी हो रही थी | कुछ राजनितिक सरोकार रखने बाले कैदियों ने बबाल करने की योजना तैयार की और मौके की तलाश कर रहे थे | और कैदियों को राजेन्द्र की मौत पर यह मौका मिल गया जिसे उन्होंने मुद्दा बना कर जेल प्रशासन व जिलाप्रशासन को नाको चने चवा दिये |