फर्रुखावाद : जैसे जैसे दोपहर हो रही थी वैसे वैसे मृत कैदी के परिजनों का धैर्य दम तोड़ रहा था | आक्रोशित परिजन जेल गेट पर बैठ गये और किसी को अन्दर जाने से रोक दिया उसी समय एक दरोगा व सिपाही ने अन्दर जाने का प्रयास किया तो महिलायों में उसके साथ धक्का मुक्की कर दी और बर्दी फाड़ने का प्रयास किया |
जिला जेल के गेट पर मृत कैदी राजेंद्र की पत्नी सीमा देवी अपने बच्चो 14 वर्षीय पुत्र कौश्लेद्र सिंह, पांच वर्षीय पुत्र अंकित,सात वर्षीय पुत्री मोनी के साथ धरने पर बैठ गयी उनके साथ तकरीवन आधा सैकड़ा लोग भी बैठ गये | और मांग की जब तक कैदी के शव को बाहर नही लाया जाता तब तक वह जेल से ना किसी को अन्दर जाने देगे और ना किसी को बाहर जाने देगे |
गेट पर धरने की खबर से प्रशासन के हाथ पैर फुल गये उसी समय परिजनों ने जेल गेट तोड़ने का भी प्रयास किया और गेट पर जमकर गलीगलौज किया | वबाल के समय एक दरोगा ने अन्दर घुसने को लेकर दबंगई दिखायी तो महिलाओ ने उसे पकड़ लिया और जमकर धक्कामुक्की कर दी कुछ महिलायों ने उसकी बर्दी फाड़ने का प्रयास किया तो उसके अन्य साथियों ने जैसे तैसे उसे भीड़ से छुड़ा पाया | वही एक अन्य सिपाही को खिड़की से घुसता देख भीड़ ने उसकी बर्दी पीछे से पकड ली और खीचतान कर दी | व मुश्किल मामले को शांत किया जा सका |