यूपी एमएसआरए के चुनाव से ज्यादातर दवा प्रतिनिधियो ने किया किनारा

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dvaaफर्रुखाबाद: यूपी एमएसआरए के संगठन चुनाव को लेकर टाउनहाल पर बुलायी गयी बैठक में इस बार मिडिया दूर रखा गया | बिगत वर्ष हुई गुटबाजी को लेकर कई दवा प्रतिनिधियों ने किनारा कर लिया है | जिसके चलते तकरीवन 220 दवा प्रतिनिधियो में से जादातर ने किनारा कर लिया है | पिछले चुनाव में मतगणना कराने को लेकर दवा प्रतिनिधियों में जमकर विवाद हुआ था | बिछी हुई दरियों को इधर उधर फेंक दिया गया था व चुनाव में आये स्टेट ज्वाइंट सेक्रेटरी का झोला फेंक गया था। रविवार को हुए चुनाव में सर्व सम्मति से फर्रुखाबाद इकाई का गठन किया गया | जिसमे मात्र 30 से 40 दवा प्रतिनिधियों ने ही हिस्सा लिया |

यूपी एमएसआरए संगठन पिछले 18 वर्षों से जनपद में कार्यरत है। जो दवा प्रतिनिधियों के अधिकारों की लड़ाई लड़ रहा है। रविवार को एशोसियशन ने वाषिक अधिवेशन बुलाकर चुनाव को सर्वसम्मति से करा दिया | अजित अवस्थी को अध्यक्ष, मनमोहन मिश्रा उपाध्यक्ष,पंकज दीक्षित सचिव,अभिषेक अग्निहोत्री सह-सचिव आरुजेंदर मिश्रा कोषध्यक्ष;तथा कार्यकारणी सदस्य अविरल सिंह,रतन तिवारी,अनिल तिवारी,अजित तिवारी,धर्मेन्द्र मिश्रा,फैसल अफरीदी को नियुक्त किया गया |वही मिडिया प्रभारी अविरलसिंह को बनाया गया है साथ ही साथ दो लोगो को विशेष आमंत्रित सदस्य बनाया गया है | पिछले वर्ष 24 फरवरी 2013 को रविवार के दिन ही सर्व सम्मति से ही अध्यक्षों व महामंत्रियों के अलावा अन्य पदाधिकारियों का चुनाव हुआ था जिनका प्रतिनिधित्व करने के लिए स्टेट ज्वाइंट सेक्रेटरी प्रकाश यादव को बुलाया गया। लेकिन कई दवा प्रतिनिधि मनोनयन से चुनाव कराने को तैयार नहीं थे। जिस पर कहासुनी शुरू हो गयी। आपसी कहासुनी चल रही थी कि किसी ने पुलिस को सूचना दे दी। पुलिस के पहुंचने पर एक दवा प्रतिनिधि भड़क गया थे और उसने टाउनहाल पर बिछीं दरियां इत्यादि फेंक दीं। जिससे विवाद की स्थिति बन गयीं। हंगामें में स्टेट ज्वाइंट सेक्रेटरी प्रकाश यादव का झोला भी फेंका गया था । इस सम्बंध में प्रकाश सिंह यादव ने कहा था कि विरोध तो आवश्यक है लेकिन जिस तरह का विरोध किया गया है वह लोकतांत्रिक ढंग से ठीक नहीं है। संगठन में चुनाव कराने को लेकर हुए विवाद को मिडिया ने प्रकाशित किया था जिस पर इस बार मिडिया पर कड़ी नजर रखी गयी |
वही चुनाव कराने और मनोनयन करने की बात पर दो गुट बन गये थे | फ़िलहाल जादातर दवा प्रतिनिधियो ने संगठन से किनारा कर लिया है | कुल मिलाकर 30 से लेकर 40 दवाप्रतिनिधियों ने ही मनोनयन में हिस्सा लिया अन्यप्रतिनिधि नदारत रहे |
मिडिया प्रभारी अविरल सिंह ने बताया की जनपद में कुल 220 दवा प्रतिनिधि है जिसमे से केवल 25 का संगठन में पंजीकरण हुआ है पूर्व अध्यक्ष नीरज गुप्ता ने सक्रियता से काम नही किया | लेकिन जल्द ही सभी प्रतिनिधियों को संगठन से जोड़ा जायेगा |