फर्रुखाबाद : नगर पालिका परिषद अपनी कार्यप्रणाली के चलते पहले ही आम जनता की नजर में है | पालिका के पास आने वाली गर्मी को लेकर कोई तैयारी नजर नही आ रही है | चुनाव सर पर है और नेता बड़े बड़े वादे कर के लोगो का वोट हासिल करने में इस बार भी नही चुकेगे | दो साल से अधिक समय सपा सरकार को प्रदेश में बैठे हो गया | और इससे पहले मायावती की सरकार थी | किसने कितना विकास किया यह उस प्यासी जनता से जादा कौन जान सकता है | नगर की पालिका खुद बीमार है इस गर्मी में उसके पास शहर को ठीक से पानी पिलाने की भी व्यवस्था नही है |देखे – शहर में 40 नलकूप हैं, लेकिन एक दर्जन से अधिक नलकूप खराब पड़े हैं। लाल सराय पानी की टंकी तो तीन साल से सूखी है। इससे शहर में पानी की किल्लत गर्मी के साथ ही बढ़ गई है।
शहर में पेयजल समस्या दिनोंदिन बढ़ती जा रही है। एक दर्जन से अधिक नलकूप बोरिंग खराब अथवा तकनीकी कारणों से बंद पड़े हैं। तीन दर्जन से अधिक मोहल्लों में पहले से ही पानी की सप्लाई नहीं हो रही है। नलकूपों की खराबी से किल्लत और बढ़ गई है। लोग हैंडपंपों के सहारे ही जरूरत का पानी ले रहे हैं। शहर के मोहल्ला लकूला में दो नलकूपों की बोरिंग 2 साल पहले खराब हुई थी। इसके अलावा मसेनी चौराहा, नेकपुर कलां, बेवर रोड, आईटीआई, मोहल्ला छावनी, बजरिया के नलकूप भी बोरिंग की वजह से बंद पड़े हैं। फतेहगढ़ में पानी की टंकी परिसर का नलकूप भी खराब है। आधा दर्जन से अधिक नलकूपों में प्रेशर ही कम हो गया है, जिससे पानी की सप्लाई बाधित है।
लालसराय पानी की टंकी तीन साल से सूखी पड़ी है। टंकी के वाल्ब बदले नहीं जा सके। इस टंकी से एक दर्जन मोहल्लों में पानी की सप्लाई होती थी। कई जगह तो लोगों ने राइजिंग लाइनें ही तोड़ ली हैं। ट्यूबवेलों से सीधे सप्लाई होने वाला पानी घरों की टोटी तक नहीं पहुंच पाता, जिससे तीन दर्जन से अधिक मोहल्लों में पानी की किल्लत है। अधिकांश लोग हैंडपंपों के सहारे हैं। जलकल विभाग के फतेहगढ़ जोन प्रभारी फरहत खां ने बताया कि नलकूप का मोटर खराब है। जल्दी ही मोटर बदल दिया जायेगा।
नगर पालिका परिषद के जलकल अभियंता संत कुमार अहिरबार ने बताया कि शहर में आठ नये नलकूपों की बोरिंग जलनिगम को करनी है। बोरिंग खराब होने से बंद हुए नलकूपों की सूचना वरिष्ठ अधिकारियों को दी जा चुकी है। खराब नलकूपों की मरम्मत का काम चल रहा है। गर्मी में पानी की किल्लत न हो, इस संबंध में सतर्कता बरती जा रही है।