आंध्र प्रदेश से नौकरी देने के नाम पर लाये गये युवाओ से लाखो की ठगी

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Andhra Cheatedफर्रुखाबाद: जनपद में नौकरी के नाम पर रुपये ठगना कोई नई बात नही पहले भी लाखो रुपये की ठगी कई बार हो चुकी है कभी बीमा के नाम पर तो कभी कंपनी में अच्छा पद देने के नाम पर | कई कई बार तो रुपये दोगुने करने के चक्कर में लोगो के चुना लगा कर कंपनियां भाग गयी पुलिस भी यैसे मामलो में जादा रूचि नही दिखाती | जानकारी के आभाव में भोली भाली जनता इनके चंगुल में फंस कर अपनी खून पसीने की कमाई गवा बैठती है | शुक्रवार को कोतवाली पुलिस के सामने एक और मामला आ गया नौकरी देने के नाम पर एक नेटवर्किग कम्पंनी ने लाखो रूपये ठग लिये | पीडितो ने कोतवाली पुलिस को लिखित शिकायत की है |
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आंध्र प्रदेश के सिरकाकेलम सोमपटा मंडल निवासी रवियम पुत्र रघुनाथ, पापाराव पुत्र दासु , योगेन्द्र पुत्र सोमन्या, टी मोहन राव पुत्र जगन्नाथ, नवीन , कुमार शानू , संतोषी पुत्री दासु ने कोतवली पुलिस से शिकायत की है की उनके साथ शहर कोतवाली के घटियाघाट पर खोली गयी एक नेटवर्क कम्पनी ने नौकरी दिलाने के नाम पर लाखो रुपये ठग लिये और उन्हें नौकरी भी नही दी |

पीडितो ने बताया की आंध्र प्रदेश में ही तकरीवन बीस दिन पूर्व एम राम प्रताप तथा उसके साथी रमेश से मुलाकात हुई थी |
राम प्रताप ने उन लोगों से कहा की उत्तर प्रदेश में उनकी एक कंपनी है जहा वह उन्हें अच्छी नौकरी दिला देगा | उसके लिये प्रति व्यक्ति के हिसाब से 1500 हजार रूपये जमा करने होगे| सभी लोग एम राम प्रताप व रमेश के झासे में आ गये,और 15 दिन पूर्व सभी ने घटियाघाट पर उसके साथ आकर एक लाख से अधिक रुपया जमा कर दिया |
रुपये जमा करने के बाद जब उन्हें पता चला की उनके साथ नौकरी के नाम पर ठगी की गयी है तो उनके पैरो तले जमीन खिसक गयी| कंपनी का हेड आफिस नजफगढ़ जनकपुरी दिल्ली में ग्लाज़े ट्रेडिंग इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के नाम से खोला गया है | वही उसका ब्राँच आफिस पुरानी घटिया सोता बहादुरपुर घटियाघाट पर आराधना ट्रेडर्स के नाम से खोला गया है |
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कोतवाली पहुचे पीड़ित से पुलिस ने तहरीर लिखा ली और जाँच शुरू कर दी है | कोतवाली के एस एस आई हरीश चन्द्र ने बताया की मामले की जाँच के लिये संबधित चौकी को सुचना दे दी गयी है जाँच के बाद कार्यवाही की जाएगी |

नेटवर्क के जरिये बनाते है शिकार
कंपनी में लोगो को बड़े बड़े सपने दिखा कर उनसे पहले रुपये हडपे जाते है और जब वह कम्पनी से जुड़ जाता है तो उससे अन्य लोगो को कंपनी से जोड़ने पर मजबूर किया जाता है | इन कम्पनियों के लोग अपनी मीठी बातो से लोगो को अपने जाल में फसा लेते है और फिर उनको भी मैदान में उतार दिया जाता है | इस प्रकार इनका एक बड़ा जाल तैयार हो जाता है | दरअसल कंपनी के शुरुआती दौर में जो कंपनी से जुड़ गया वह तो ठीक ठाक पैसा कमा लेता है और बाद बाद में कंपनी से जुड़ने वाले व्यक्ति के पास केवल सपने ही बचते है |