उप्र में कानून व्यवस्था हुई अपंग: रीता बहुगुणा

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कांग्रेस नेता एवं पूर्व सांसद अमरपाल सिंह की दिनदहाड़े हत्या ने साबित कर दिया कि प्रदेश में कानून व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त हो चुकी है।

उत्तरप्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डा. रीता बहुगुणा जोशी ने जारी बयान में कहा कि कानून व्यवस्था में सुधार और भयमुक्त समाज का वादा करके सत्ता में आयी मायावती सरकार के कार्यकाल में कानून और व्यवस्था नाम की कोई चीज रह ही नहीं गयी है। हत्या, बलात्कार, अपहरण जैसे संगीन अपराधों में कई गुना इजाफ हुआ है।

सत्तारूढ़ दल के अपराधियों, माफियाओं और पुलिस की मिलीभगत से अपराध उद्योग तेजी से फल-फूल रहा है। इसका अंदाजा सहज लगाया जा सकता है कि प्रदेश भर के गुण्डे, माफिया और अपराधी अन्य दलों से पलायन करके सत्तारूढ़ दल बसपा में शामिल हो चुके हैं।

डा.जोशी ने कहा कि प्रदेश में कानून व्यवस्था तार-तार हो चुकी है। प्रदेश की मुख्यमंत्री चूंकि गृहमंत्री भी हैं उनका खौफ पूरी तरह समाप्त हो चुका है। थानों पर बसपा कार्यकर्ताओं का कब्जा है। थाने सिर्फ धनउगाही के केन्द्र बनकर रह गये हैं। सत्तारूढ़ दल के समर्थित गुण्डे, माफिया, नेता और अपराधिक तत्व सरकारी संरक्षण में खुलेआम दिनदहाड़े हत्याओं में संलिप्त हैं।

विगत वर्षों में हुईं तमाम बड़ी घटनाओं के बाद मुख्यमंत्री (जो कि गृहमंत्री भी हैं) एक बार भी संवेदना प्रकट करने मृतकों के परिजनों के घर नहीं पहुंची हैं। थानों का इस्तेमाल सिर्फ अपने विरोधी दलों के नेताओं को कुचलने के लिए प्रयोग किया जा रहा है। प्रदेश सरकार कानून व्यवस्था बनाये रखने में पूरी तरह अक्षम साबित हुई है।

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि अभी कुछ दिन पूर्व प्रदेश की राजधानी लखनऊ में दिनदहाड़े हुई स्व. डा.विनोद आर्या की हत्या हो, परिवार कल्याण के महानिदेशक डा.बच्ची लाल व स्वास्थ्य विभाग के रिटायर अतिरिक्त निदेशक डा. आरएस शर्मा की हत्या हो, बहराइच में जू.इंजीनियर पर जानलेवा हमला हो, इन सभी घटनाओं में पुलिस अभी तक कोई सुराग नहीं लगा पायी है।

सच्चाई तो यह है कि दिल दहलाने वाली इन हत्याओं के पीछे सत्ता समर्थित लोगों का ही हाथ है इसलिए पुलिस कोई भी कदम नहीं उठा पा रही है। ताजा उदाहरण के रूप में कानूनगो स्व.राम कुमार यादव की हत्या में नामजद इसौली के विधायक चन्द्रभद्र सिंह उर्फ सोनू सिंह को प्रदेश सरकार द्वारा क्लीन चिट दे दी गयी।

उन्होने कहा कि सबसे बड़ा दुःखद पहलू तो यह है कि प्रदेश की मुख्यमंत्री सुश्री मायावती जहां एक ओर अपने भाषणों में बेहतर कानून व्यवस्था की दुहाई देती हैं वहीं उन्हीं के पार्टी के विधायक और कार्यकर्ता प्रदेश में जघन्य अपराधों को अंजाम दे रहे हैं और प्रदेश सरकार मौन साधे हुई है।

पूर्व सांसद अमरपाल सिंह की मेरठ में दिनदहाड़े गोली मारकर की गयी हत्या से स्पष्ट हो गया है कि प्रदेश में संकट का दौर चल रहा है। आम जनता खुद को असुरक्षित महसूस कर रही है। लोगों का जीवन असुरक्षित हो गया है। ऐसी निकम्मी सरकार को सत्ता में एक पल भी बने रहने का नैतिक अधिकार नहीं है।

डा.जोशी ने मांग की है कि कांग्रेस नेता एवं पूर्व सांसद स्व.अमरपाल सिंह के हत्यारों को अविलम्ब गिरफ्तार किया जाय।