फर्रुखाबाद: गंगा के तट पर लगने वाले मेला रामनगरिया की 11वीं वार्षिक स्मारिका देवपथ का रविवार को डीएम पवन कुमार ने विमोचन किया। इस अवसर पर गंगा-प्रदूषण पर भी चिंता व्यक्त की गयी। डा० डीआर विश्वकर्मा ने नजीर बनारसी की बंद से अपने विचारों को शब्द दिए।
स्मारिका के विमोचन के अवसर पर जिलाधिकारी पवन कुमार ने मेला रामनगरिया के सफल आयोजन में सभी के योगदान को रेखांकित करते हुए गंगा को प्रदूषण से मुक्त किए जाने में जन जागरण की आवश्यकता पर जोर दिया। स्मारिका के संपादक जवाहर सिंह गंगवार एडवोकेट ने प्रकाशन में सहयोग के लिए जिलाधिकारी को धन्यवाद दिया। डीआरडीए के परियोजना अधिकारी डा.डीआर विश्वकर्मा ने गंगा प्रदूषण पर अपनी चिंता को नजीर बनारसी के शब्दों में कुछ यूं व्यक्त किया ‘किस आईने में देखेंगे मुंह अपना चांद तारे, मैली है जबसे गंगा, मैला है दिल हमारा’। जिलाधिकारी ने उनको प्रदेश सरकार से पं.महावीर प्रसाद द्विवेदी साहित्यिक पुरस्कार मिलने की बधाई दी।
बैठक में अपर जिलाधिकारी प्रभुनाथ के अलावा डा.ब्रह्मादत्त अवस्थी, डा.रामकृष्ण राजपूत, डा.बृजकिशोर सिंह आदि ने विचार व्यक्त किए।