फर्रुखाबाद: एक लेखपाल की पुत्री द्वारा गुरुवार को फांसी लगाकर आत्महत्या की घटना प्रकाश में आने के बाद मोहल्ले में हड़कम्प मंच गया| घटना के समय लेखपाल की पुत्री घर पर अकेली थी। पुलिस ने शव पोस्टमार्टम को भेज दिया है। घटना की वजह घरेलु कलह परिजन बता रहे है|
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शहर कोतवाली के मोहल्ला नवाब दिलावर जंग निवासी कमलेश सिंधी के मकान में लेखपाल प्रहलाद सिंह बाथम का परिवार किराये पर रहता है। प्रहलाद सिंह कन्नौज की तिर्वा तहसील में कार्यरत हैं। वह मूलत: छिबरामऊ के गांव भगवंतपुर के निवासी हैं। प्रहलाद की पुत्री संगीता उर्फ नैंसी (18) ने कमरे में सुबह फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। उसकी मां किरन 18 दिन पहले गांव भगवंतपुर गई थीं। भाई सनी स्कूल चला गया था। मामी प्रियंका अपने छोटे बच्चे को कमरे में सुलाकर सिलाई-कढ़ाई सीखने गई थीं। दोपहर को जब प्रियंका घर लौटीं तो कमरे का दरवाजा अंदर से बंद था। बच्चा बेड पर रो रहा था। उन्होंने शोर मचाया तो पड़ोस के लोग आ गये। दरवाजा तोड़ा गया तो संगीता का शव लटका मिला।
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सूचना पर तिकोना चौकी प्रभारी कुलदीप दीक्षित मौके पर पहुंचे। उन्होंने शव उतरवाकर पोस्टमार्टम को भेजा। सायंकाल मां किरन भी पहुंच गई। परिजन संगीता के आत्महत्या करने से हैरान हैं।