नई दिल्ली: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के इस्तीफे के बाद अब सबकी नजर इस बात पर टिकी है कि दिल्ली में आगे क्या होगा। बदली परिस्थितियों में आगे की रणनीति पर चर्चा करने के लिए आज आम आदमी पार्टी के पॉलिटिकल अफेयर्स कमेटी की बैठक हुई। बैठक के बाद आम आदमी पार्टी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इसका ठीकरा कांग्रेस और बीजेपी पर फोड़ा है।
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आम आदमी पार्टी का कहना था की मुकेश अंबानी ने कांग्रेस और बीजेपी के साथ जनलोकपाल पारित नहीं होने दिया है। अंबानी की वजह से दिल्ली की सरकार गिरी। बैठक में ये निर्णय लिया गया कि अब भ्रष्टाचार के खिलाफ वो आज से झाड़ू लगाओ यात्रा निकालेंगे। ये रैलियां 24 राज्यों में निकाली जाएगी जिसमें लोगों को पार्टी से जोड़ने की कवायद होगी। सरकार गिरने के बाद अब आम आदमी पार्टी की नजर लोकसभा चुनावों पर है।
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आम आदमी पार्टी के नेताओं ने कहा कि कांग्रेस बीजेपी ने जनलोकपाल बिल पास नहीं होने दिया। आम आदमी पार्टी ने लोगों से भ्रष्टाचार के खिलाफ जंग में साथ आने की अपील की है। बैठक के बाद आप नेताओं ने कहा कि भ्रष्टाचार से लड़ाई उनकी पार्टी का सबसे अहम मुद्दा है। और वो उसके खिलाफ लड़ाई जारी रखेंगे। आप पार्टी ने आने वाले लोकसभा चुनाव के लिए कमर कस ली और इस बार भी भ्रष्टाचार को पार्टी का अहम मुद्दा बनाया है। आप ने मनीष सिसोदिया ने कहा कि पार्टी ने चुनाव की तैयारी पहले से की हुई है। और खुद केजरीवाल इसमें शामिल होंगे।
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इस बीच उपराज्यपाल ने केजरीवाल के इस्तीफे की चिट्ठी गृह मंत्रालय और राष्ट्रपति को भेज दिया है। साथ ही पूरे मामले पर अपनी रिपोर्ट भी गृह मंत्रालय और राष्ट्रपति भेज दी है। बताया जा रहा है कि LG ने अपनी रिपोर्ट में पूरे राजनैतिक घटना क्रम का ज़िक्र किया है और ये भी बताया है कि इस पूरे घटनाक्रम के बाद दिल्ली विधान सभा कि क्या स्थिति है। इसके बाद ही ये तय हो पाएगा कि दिल्ली में राष्ट्रपति शासन लगाया जाएगा या विधानसभा भंगकर चुनाव कराए जाएंगे।