फर्रुखाबाद: बिना टेट पास किये शिक्षा मित्रो को अध्यापक बनाने का कैबिनेट में प्रस्ताव पास करना केवल वोट बैंक की राजनीति है| शिक्षा के अधिकार का कानून के तहत संवैधानिक संस्था राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद् के नियमो को में बदलाब बिना इन संस्थाओ की अनुमति के सम्भव नहीं है| फिर भी समाजवादी पार्टी की अखिलेश सरकार शिक्षा मित्रो को बहकाने के लिए बिना टेट पास किये 1.7 लाख शिक्षा मित्रो के समायोजन का प्रस्ताव कैबिनेट में पास कर देते है| बिना शिक्षा के अधिकार अधिनियम में संशोधन किये बिना उत्तर प्रदेश की कैबिनेट के प्रस्ताव लागू नहीं हो सकते| अखिलेश जानते है कि गैरकानूनी प्रस्ताव के खिलाफ कोई न कोई अदालत चला जायेगा ही और ठीकरा उसके सर फूटेगा| ऐसे में शिक्षा मित्रो को जबाब देने और उन्हें वोट के लिए बरगलाने का उनके पास चौकस मौका होगा|
उन्होंने कहा कि इससे ज्यादा व्यंगात्मक स्थिति नहीं हो सकती| वैसे शिक्षा मित्र खुद समझदार है और नियम कानून सब जानते है और धोखे में नहीं आने वाले| ये बाते भारतीय जनता पार्टी के एम् एल सी (स्नातक क्षेत्र) आगरा खंड के प्रत्याशी ज्ञान प्रकाश गुप्ता ने कही| उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार यदि शिक्षा मित्रो का बाकई में भला चाहती तो अब उनका वेतन बढ़ा दिया होता| इसमें किसी कानून की रोक और पेचदिगिया नहीं है| ये सरकार सिर्फ जनता को गुमराह कर तुष्टिकरण की राजनीति कर रही है| इससे प्रदेश की जनता का भला नहीं होने वाला| ज्ञान प्रकाश गुप्ता जनपद के एक होटल में पत्रकारो से रूबरू हो रहे थे|
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