607 छात्राओं ने लगाए फर्जी आय प्रमाण पत्र

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stop corruptionमैनपुरी: कन्या विद्या धन चाहने को बालिकाओं ने जमकर फर्जीवाड़ा किया है। योजना का लाभ पाने को हुए 9534 आवेदनों में 607 बालिकाओं ने फर्जी आय प्रमाणपत्र दाखिल किए थे। जांच के बाद फर्जीवाड़ा करने वाली इन छात्राओं के नाम कॉलेज सहित चस्पा किए गए हैं।
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सरकार की महत्वाकांक्षी कन्या विद्याधन योजना के तहत इंटरमीडिएट उत्तीर्ण बालिकाओं ने जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय में आवेदन किए थे। आवेदन के साथ 35 हजार तक का आय प्रमाणपत्र मांगा गया था। बालिकाओं ने डीआइओएस कार्यालय में जमा किए आवेदनों में फर्जी आय प्रमाणपत्र लगाकर आवेदन कर दिया। जब इन आवेदनों की जांच हुई तो 607 बालिकाओं के आय प्रमाणपत्र ही फर्जी निकल आए हैं।
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ये हैं हालात

तहसील सदर क्षेत्र से 2818 बालिकाओं ने आवेदन किए थे। जिसमें जांच के बाद 242 आय प्रमाणपत्र जांच में फर्जी पाए गए हैं। तहसील करहल से आए 1393 आवेदनों में 65 आवेदनों पर फर्जी आय प्रमाणपत्र पाए गए। भोगांव तहसील के 5323 आवेदनों में 300 आय प्रमाणपत्र फर्जी निकले हैं। भोगांव तहसील की बालिकाओं के फर्जी आय प्रमाणपत्र सबसे ज्यादा किशनी क्षेत्र के कॉलेजों के हैं।
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सिर्फ इनको मिलेगा लाभ

इस बार कन्या विद्याधन योजना के तहत सामान्य वर्ग की मात्र 542 पिछड़ी जाति की 1840, अल्पसंख्यक की 288 और अनुसूचित जाति की 1552 बालिकाओं को ही लाभ दिया जाएगा। जबकि आवेदन 9534 बालिकाओं ने किए हैं, जिनके आय प्रमाणपत्र 35 हजार से कम हैं।

‘सरकार द्वारा दिए गए लक्ष्य के अनुसार ही कन्या विद्याधन आवेदनों करने वाली बालिकाओं को इस योजना का लाभ दिया जाएगा। प्रत्येक आय प्रमाणपत्र की जांच ऑन लाइन कर ली गई है। जिन बालिकाओं के आवेदनों में फर्जी आय प्रमाणपत्र मिले हैं। उन्हें निरस्त कर दिया गया है और सूची चस्पा कर दी गई है। यदि किसी को अपना पक्ष रखना है तो वो कार्यालय में संपर्क करें। ‘

गजराज प्रसाद यादव, डीआइओएस, मैनपुरी