फर्रुखाबाद|| विद्यालयों में बच्चों की पढ़ाई रामभरोसे है। अमृतपुर क्षेत्र का तो हाल ही बेहाल है। यहां कुछ विद्यालय बंद पड़े हैं तो कई में शिक्षक पढ़ाने ही नहीं आते। कुछ विद्यालय खोलकर वापस लौट जाते हैं। ऐसे में बच्चों का भविष्य चौपट हो रहा है।
ग्रामीणों का आरोप है कि एक विद्यालय की शिक्षिका बीआरसी प्रभारी राजेपुर के संरक्षण में मनमानी कर रही हैं। उधर, एबीएसए नागेंद्र चौधरी ने बताया कि विद्यालयों का निरीक्षण कराकर दोषी शिक्षकों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
अमृतपुर क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय जटपुरा में ५६ बच्चे हैं। ग्रामीणों का आरोप है कि यहां की एक शिक्षिका १२ बजे स्कूल खोलने आती हैं और दो बजे घर लौट जाती हैं।
ग्रामीण ब्रजेश कुमार, नरवीर सिंह, नरेंद्र सिंह, रक्षपाल, जगरूप सिंह, रंजीत सिंह, वीरपाल आदि ने बताया कि शिक्षिका यह मनमानी बीआरसी प्रभारी राजेपुर के संरक्षण के चलते कर रही हैं। इस संबंध में बीआरसी राजेपुर वीरेंद्र राजपूत ने ग्रामीणों के आरोपों को निराधार करार दिया।
प्राथमिक विद्यालय करनपुरदत्त में शिक्षिका पूनम गंगवार, शिक्षक धीरेंद्र कुमार व शिक्षामित्र दीपिका अवस्थी तैनात हंै। ग्रामीणों का यहां भी यही आरोप है कि शिक्षक ज्यादातर समय अनुपस्थित ही रहते हैं, जिससे स्कूल की ज्यादातर जिम्मेदारी शिक्षामित्र पर है।
बड़ा गांव परतापुर प्राथमिक विद्यालय में कहने को तो दो शिक्षक व दो शिक्षामित्र हैं लेकिन समय से सिर्फ शिक्षामित्र ही स्कूल आते हैं।
इस संबंध में गांव चपरा के प्रधान कृष्णपाल राजपूत ने बताया कि दोनों शिक्षक १२ बजे से पहले विद्यालय नहीं आते। पूर्व माध्यमिक विद्यालय अलादपुर भटौली पूरे सत्र से बंद ही चल रहा है। एबीएसए नागेंद्र चौधरी ने बताया कि अलादपुर भटौली के शिक्षक निलंबित चल रहे हैं। उन्होंने बताया कि लेटलतीफ स्कूल जाने वाले शिक्षकों के खिलाफ जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी।