फर्रुखाबाद: चुनावी साल में नए वर्ष पर आशाओ को तोहफे की झड़ी लग गयी है| नसबंदी कराने से लेकर प्रसूता की मौत की सूचना देने तक पर इनाम ही इनाम बरसने वाला है| शादी के बाद दो साल तक नवविवाहिता को माँ बनने से रोक लेने पर भी 500 रुपये इनाम आशा के खाते में जायेगा| तमाम इनामी योजनाओ की जानकारी देने के लिए बुलाये गए सम्मेलन में सी एम् सो साहब की आशाओ ने बोलती भी बंद कर दी| मुद्दा निकला कि घूस न दे पाने के कारण कई आशाओ को मानदेय और इनाम नहीं मिल पा रहे है| भ्रष्टाचार पर भी साहब की बोलती बंद रही| हमेशा की तरह कमालगंज स्वस्थ्य केंद्र से गायब मिली रजनी परिहार/राठौर की अब्सेंट लगाने के सिवाय कलम आगे न चल सकी| आखिर उनके ठेकेदार की पैरवी जो है|
कमालगंज प्राथमिक स्वस्थ्य केंद्र पर आशाओ को योजनाओ में तेजी लाने और 31 मार्च 2013 तक तमाम लक्ष्य पूरा करने की जिम्मेदारी समझाने के लिए बुलाया गया| सम्मेलन को जिला स्वास्थ्य अधिकारी ने सम्बोधित किया| एक एक कर आशाओ को तमाम इनाम गिना दिए मगर जब नसरतपुर की आशा ने पिछले प्रसूता शुल्क और मानदेय बकाया माँगा तो सी एम् ओ साहब की बोलती बंद हो गयी| एक अन्य आशा यास्मीन ने नसबंदी करवाने से इंकार कर दिया| कह दिया कि वे मुस्लिम बाहुल्य गाव में है और इस समुदाय में नसबंदी हराम है| सी एम् ओ साहब के पास इसकी कोई काट नहीं थी|
हर आशा को अपने अपने गाव से 5-5 लोगो की नसबंदी का लक्ष्य दिया गया| उनके हर नसबंदी पर 1000 रुपये इनाम भी बताया गया| नसबंदी कराने वाले को 750 रुपये भी दिए जायेंगे| साल के अंत में तीन महीने में लक्ष्य पूरे करने है|