नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी में नाराजगी की खबर के बीच लक्ष्मीनगर से आप विधायक विनोद कुमार बिन्नी ने सफाई दी है कि उनकी पार्टी से कोई नाराजगी नहीं है। बिन्नी ने कहा कि मुझे मंत्रिपद नहीं चाहिए,पार्टी जो भी काम सौंपेगी मुझे मंजूर है। बिन्नी ने कहा कि मैंने किसी भी तरह के खुलासे की बात नहीं कही थी। अगर जरूरत पड़ी तो मैं अरविंद केजरीवाल से फिर मुलाकात करूंगा।
बिन्नी की सफाई
मैं तो अरविंद भाई के यहां गया तो वापस तो आना ही था। फिर वहां से शादी में जाना था। वहां गए और फिर डिनर वगैरह किया था, फिर एक-डेढ़ घंटे में निकल गए। जब मीडिया में खबर तेजी से चलने लगी तो एक वॉलंटियर ने ये बात बोल दी। कार्यकर्ता भावुक होते हैं, उन्होंने भावना में बात बोल दी। हमने आप लोगों के माध्यम से बात पहुंचाई है। मंत्री पद देना मुख्यमंत्री का विवेकाधिकार होता है। कोई भी काम देंगे तो हम करेंगे। हम देश सेवा के लिए आए हैं। राजनीति बदलने आए हैं। कोई नाराजगी कभी थी ही नहीं।
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कुमार विश्वास और संजय सिंह से मुलाकात पर बिन्नी ने कहा कि कहीं कोई ऐसी बात नहीं है। ये रूटीन बैठक थी। ऐसा होता रहता है। कहीं कोई नाराजगी की बात नहीं है। केजरीवाल जी से मिलने अभी तो नहीं जा रहा हूं लेकिन जैसे ही मिलने की जरूरत होगी तो मिलूंगा। मैंने सिर्फ इतना कहा था कि कल प्रेस कांफ्रेस करूंगा औऱ कोई भी बात हो तो उसमें पूछ लीजिएगा।
मैंने कहीं कोई ऐसा बयान नहीं दिया था न कोई बाइट दी थी कि नाराजगी है। आप मीडिया के लोगों ने कुछ मतलब निकाल दिया है। मेरी कोई इच्छा वाली बात नहीं है। मंत्री, मुख्यमंत्री बनने नहीं आए हैं, यहां देश की सेवा करने आए हैं। मंत्रियों को तो केजरीवाल जी तय करेंगे उनका अधिकार है। पार्टी जो भी काम मुझे देगी वो करूंगा। अगर पार्टी को मेरी जरूरत संगठन में होगी तो संगठन में काम करेंगे। मेरे समर्थक जो कुछ भी बोल रहे हैं वो भावना में बोल रहे होंगे। बच्चे हैं अभी वो तो भावुक हैं।
मुझे लक्ष्मीनगर से लड़ने को बोला गया था तो यहां से लड़ा। कहीं न कहीं हम सभी कभी न कभी कांग्रेस भाजपा के साथ रहे हैं। लेकिन अगर सिर्फ इसलिए पार्टी से निकाला जाता है कि कांग्रेस बैकग्राउंड से था तो ये इस पार्टी के लिए भी और हम सभी के लिए बहुत शर्म की बात होगी। उधर, अरविन्द केजरीवाल ने कहा कि बिन्नी मेरे पास शाम को आए थे। वो कह रहे थे कि मुझे कोई पद नहीं चाहिए। जब मीडिया में बात आने लगी तो ये लोग पूछने गए थे।
क्या है मामला?
अरविंद केजरीवाल ने कल जैसे ही मंत्रियों की लिस्ट बनाई वैसे ही असंतोष की खबर आई। खबर आई कि पार्टी के विधायक विनोद कुमार बिन्नी ने लिस्ट में अपना नाम शामिल ना होने पर नाराजगी जताई है बागी तेवर अपना लिए हैं। लेकिन देर रात आप नेता संजय सिंह और कुमार विश्वास ने बिन्नी से मुलाकात की और कहा कि बिन्नी नाराज नहीं हैं।
आम आदमी पार्टी के विधायक विनोद बिन्नी नाराज नहीं हैं। मंत्री न बनाए जाने से बिन्नी ने बगावती रुख अख्तियार कर लिया है ऐसी खबरें मनगढ़ंत हैं, वो कोई खुलासा नहीं करने जा रहे। मीडिया में आप पार्टी में सरकार बनाने से पहले बगावत की जो खबरें चल रही हैं वो सही नहीं हैं। ये तमाम सफाई आई है आप पार्टी की ओर से। दिल्ली के लक्ष्मी नगर से विधायक विनोद कुमार बिन्नी की नाराजगी की खबरों के बाद देर रात करीब पौने एक बजे आप पार्टी के नेता संजय सिंह और कुमार विश्वास बिन्नी के घर पहुंचे। करीब ढाई घंटे की लंबी बैठक के बाद कुमार विश्वास, संजय सिंह और बिन्नी सभी साथ बाहर आए और मीडिया को बताया कि बिन्नी की नाराजगी की खबरें सही नहीं है।
वहीं बिन्नी ने भी कहा कि वो नाराज नहीं हैं। पार्टी उन्हें जो भी जिम्मेदारी देगी वो निभाएंगे। इससे पहले कल शाम उस वक्त आम आदमी को झटका लगा जब ये खबर आई कि मंत्रीपद न मिलने से आम आदमी पार्टी के विधायक बिन्नी नाराज हैं, और उन्होंने बगावती तेवर अपना लिए हैं। पार्टी के खिलाफ बड़ा खुलासा करने जा रहे हैं। सवाल उठने लगे कि सत्ता के लिए राजनीति में न आने की बात करने वाली आम आदमी पार्टी का विधायक भी सत्ता के लिए ऐसा करेगा तो उसमें और दूसरी पार्टियों में क्या फर्क रह जाएगा। सवाल ये भी उठा कि क्या ये आम आदमी पार्टी के सिद्धांतों में सुराख करने जैसा नहीं है।
दरअसल ये तब हुआ जब केजरीवाल ने मंत्रियों के नाम फाइनल किए। सूत्रों के मुताबिक बिन्नी अपना नाम लिस्ट में न पाकर नाराज हो गए। फिर बिन्नी केजरीवाल के घर से बाहर निकलते नजर आए। बिन्नी के पीछे आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता योगेंद्र यादव को जाते देखा गया।
खबरें ये भी आईं कि बिन्नी को मनाने के लिए उन्हें संसदीय सचिव का पद ऑफर किया गया, लेकिन उन्होंने उसे ठुकरा दिया। वहीं आप पार्टी में बगावत की खबर मीडिया में आते ही बीजेपी नेता यशवंत सिन्हा ने आप पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि ये अब धीरे धीरे पता चल रहा है। पार्टी के सदस्यों में भी कितनी महत्वकांक्षाएं हैं। अभी तो 8 दिन ही हुआ है। आगे तो देखिए। आगे परीक्षा होगी, ईमानदारी की परीक्षा होगी। तब पता चलेगा कि आम आदमी पार्टी कैसी पार्टी है।
वहीं आम आदमी पार्टी ने छह मंत्रियों की लिस्ट लेफ्टिनेंट गवर्नर नजीब जंग को भेज दी है। इनमें पटपड़गंज विधानसभा सीट से जीत हासिल करने वाले पूर्व पत्रकार मनीष सिसोदिया के अलावा राखी बिड़ला, सोमनाथ भारती, सौरभ भारद्वाज, गिरीश सोनी और सतेंद्र जैन शामिल हैं।
सत्ता सुख नहीं आम आदमी की बात करके दिल्ली में सत्ता के दरवाजे पर खड़ी आम आदमी पार्टी का सफर अभी शुरू ही हुआ है। पार्टी और उसके नेता अरविंद केजरीवाल के सामने कई चुनौतियां हैं। अगर केजरीवाल को आम आदमी से किया वादा पूरा करना है तो उन्हें न सिर्फ विरोधियों की फिक्र करनी होगी बल्कि अपना कुनबा भी संभालना होगा। उस सोच को ही तवज्जो देनी होगी जिसमें सत्ता का लोभ न हो।