लाइव: मंच पर पहुंचे मोदी, मैदान में बढ़ा हुजूम

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agra-modi_338x225वाराणसी। भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार और गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी शंखनाद रैली को संबोधित करने के लिए शुक्रवार को यहां पहुंचे। मोदी को सुनने के लिए रैली स्थल पर लोगों का हुजूम बढ़ता ही जा रहा है। मोदी की पूर्वाचल में यह पहली रैली है।

उत्तर प्रदेश के पूर्वाचल में मोदी की यह पहली रैली है, जिस पर सबकी निगाहें लगी हैं। रैली में राष्ट्रीय अध्यक्ष राजनाथ सिंह, पूर्व अध्यक्ष मुरली मनोहर जोशी व पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह समेत कई वरिष्ठ नेता भी शामिल हैं।

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रैली में भाग लेने के लिए मोदी पार्टी अध्यक्ष राजनाथ सिंह के साथ विशेष विमान से पूर्वाह्न करीब 11:20 बजे बावतपुर हवाईअड्डे पर उतरे। वहां से 11:30 बजे हेलीकॉप्टर से वे काशी हिंदू विश्वविद्यालय पहुंचे और सड़क मार्ग से बाबा विश्वनाथ व संकट मोचन मंदिर के दर्शन के लिए रवाना हुए। संकटमोचन मंदिर में परिक्रमा के साथ आरती ली। उनके साथ राजनाथ सिंह व लक्ष्मीकांत वाजपेयी भी थे। इस दौरान प्रशासन ने दस मिनट तक आम दर्शनार्थियों को रोके रखा, जिसके कारण श्रदधालुओं ने हंगामा भी किया। उसके बाद नरेंद्र मोदी समेत सभी नेता बाबा विश्वनाथ के दरबार पहुंचे। सभी ने वहां मत्था टेका और बाबा की आरती की। मंदिर में 21 लागों ने शंखनाद किया और 51 लीटर दूध से अभिषेक किया गया। उसके बाद सभी नेता वहां से बीएचयू हेलीपैड के लिए रवाना हो गए।

भीड़ जुटाने में नाकाम पदाधिकारियों को फटकार

रैली स्थल पर मोदी के पहुंचने से पहले भीड़ कम देखकर अमित शाह भड़क उठे। उसके बाद उन्होंने पार्टी के स्थानीय पदाधिकारियों को जमकर फटकार लगाई। साढे बारह बजे तक रैली स्थल पर केवल पचास हजार लोग ही पहुंच पाए थे। उस दौरान भाजपाइयों के चेहरों पर हवाइयां उड़ रही थीं।

सपा कार्यकर्ताओं को पुलिस ने रोका

नगर के चेतगंज क्षेत्र में भाजपा नेता नरेंद्र मोदी को काला झंडा दिखाने जा रहे समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं को पुलिस ने थाने में रोका। कार्यकर्ताओं ने की जमकर नारेबाजी।

इस रैली में काशी क्षेत्र के 14 संसदीय और 72 विधानसभा क्षेत्रों से भीड़ का जुटान होगा। रैली की सुरक्षा के लिए उत्तर प्रदेश तथा गुजरात पुलिस के अलावा केंद्रीय बल भी मुस्तैद है। रैली स्थल के इर्द-गिर्द के गांवों के लाइसेंसी असलहे जमा करा लिए गए हैं। भाजपा का दावा है कि वाराणसी की यह रैली अभी तक की सबसे बड़ी रैली साबित होगी।

इस रैली की सुरक्षा को लेकर शासन पूरी तरह से चौकस है। प्रमुख सचिव गृह अनिल कुमार गुप्ता और पुलिस महानिदेशक देवराज नागर ने गुरुवार को अधिकारियों से सुरक्षा की तैयारी की रिपोर्ट ली और आवश्यक दिशा निर्देश दिए। सुरक्षा के लिहाज से इंटेलीजेंस ब्यूरो ने रज्च्य सरकार को आगाह किया है। आइबी ने कानपुर, झांसी, बहराइच में भी कुछ विरोधी तत्वों द्वारा खुराफात के इनपुट दिए थे। इसलिए वाराणसी में पर्याप्त मात्रा में पुलिस बल भेजा गया है। गुरुवार को प्रमुख सचिव और डीजीपी ने मातहतों से पूरी व्यवस्था के बारे में जानकारी ली ।

लेकिन रैली स्थल पर इंतजामों को लेकर प्रशासन और भाजपा नेताओं के बीच तल्खी पैदा हो गई है। जिला मजिस्ट्रेट प्रांजल यादव ने रैली के आयोजक सांसद मुरली मनोहर जोशी और विधायक रवींद्र जायसवाल को पत्र लिखकर बेरिकेडिंग और अन्य इंतजाम न होने पर नाराजगी जताई है। इसी के चलते सुरक्षा एजेंसियां गुरुवार दोपहर तक रैली स्थल को कब्जे में लेकर सुरक्षा जांच नहीं कर सकीं। जिलाधिकारी ने कोई गड़बड़ी होने पर आयोजकों के जिम्मेदार होने की बात कही है।