FARRUKHABAD : जहां एक तरफ परिवारिक विवादों और नये विवाहित जोड़ों में आये दिन होने वाले लड़ाई झगड़ों में इजाफा होता जा रहा है। वहीं इसके निस्तारण के लिए अदालती लम्बी प्रक्रिया से बचते हुए महिला परामर्श केन्द्र पर कुछ दिन में ही मामला सुलटने के बाद दम्पत्तियों के लिए पनाहगार साबित हो रहा है। महिला परामर्श केन्द्र पर गुरुवार को दो विवाहित जोड़ों को साथ जीने मरने की कसमें खिलाकर भेज दिया गया।
फतेहगढ़ कोतवाली क्षेत्र के तिर्वा कोठी निवासी रामऔतार की पुत्री माधुरी का विवाह दो वर्ष पूर्व कमालगंज क्षेत्र के ग्राम समदपुर निवासी रामसेवक के पुत्र संदीप के साथ हुआ था। 7 नवम्बर 2013 को संदीप की पत्नी माधुरी ने आरोप लगाया था कि उसके पति ने अतिरिक्त दहेज की मांग को लेकर मारपीट कर घर से निकाल दिया। जिस पर महिला थानाध्यक्ष सुभद्रा वर्मा ने संदीप व माधुरी को अपनी अपनी बात कहने के लिए गुरुवार को महिला परामर्श केन्द्र पर बुलाया। जहां पर दोनो को समझाबुझाकर साथ जीने मरने की कसमें खिलायी गयी। महिला माधुरी को भरोसा दिलाया गया कि यदि उसका पति दोबारा इस तरह की हरकत करता है तो वह महिला परामर्श केन्द्र में इसकी शिकायत करें।
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वहीं कायमगंज क्षेत्र के ग्राम ज्यौंता निवासी रामबहादुर की पुत्री फूलनदेवी ने अपने पति देवेन्द्र सिंह पुत्र रामऔतार पर आरोप लगाया कि उसकी शादी 2008 में हुई थी। कुछ दिन तक मामला सही चला लेकिन बाद में पति व अन्य परिजन अतिरिक्त दहेज की मांग करने लगे और 12 अक्टूबर 2010 को घर से निकाल दिया। महिला थानाध्यक्ष ने फूलनदेवी को उसके पति देवेन्द्र के साथ भेज दिया। दोनो दम्पत्ति जोड़ा साथ साथ हंसी खुशी अपने घरों को चले गये।