खाकी की मनी दिवाली, लाखों के पटाखे जब्त

Uncategorized

फर्रुखाबाद: दीपावली की पहचान पटाखों से ही होती है जब पटाखे चलने लगते हैं तो लोग समझते हैं कि दीवाली आ गयी| पटाखा दुकानदार पूरी साल इस त्यौहार का इन्तजार करते हैं| बच्चो के अलावा बड़े लोग भी खुशी में पटाखे चलाते हैं|

यदि देखा जाय तो दीवाली के त्यौहार पर मुफ्त में कमाई होने के कारण पुलिस की बल्ले-बल्ले हो जाती है| शहर कोतवाली पुलिस ने आज सुबह कोतवाली के बाहर घुमना बाजार में स्थित थोक की दुकान से पटाखे जब्त कर लिए| पुलिस ने नितगंजा में रहने वाले दुकान मालिक को बुलाया और दुकान के सभी पटाखे कोतवाली ले जाय गए|

पुलिस को शिकायत थी कि दुकानदार सरकारी आदेशों की अनदेखी कर मुख्य बाजार में अवैध रूप से पटाखों की बिक्री कर रहा था| पुलिस ने दुकानदार को भी हिरासत में ले लिया | दवाव पड़ने पर पुलिस ने दुकानदार को छोंड दिया|

पटाखों की फुटकर बिक्री के लायसेंस के लिए रिपोर्ट लगाने के नाम पर पुलिस ने मुंह मांगे रुपये बसूले| जब लाएसेंस लेने वाला दुकानदार पुलिस से लुटकर फायर बिग्रेड कार्यालय पहुंचता है तो वहां के भी कर्मचारी पीड़ित को खसोंटने में भी पीछे नहीं रहते हैं| असली काम तो लाएसेंस देने वाले कर्मचारी का होता है| वह भी बहती गंगा में हाथ धोने से नहीं सकुचाते हैं|

पटाखा विक्रेता ने बताया कि फुटकर बिक्री का लाएसेंस बनबाने में करीब १२०० रुपये का अतिरिक्त खर्चा आया है| यहीं पर भी खाकी से पीछा नहीं छूटता है बिक्री स्थल पर जांच-पड़ताल करने के नाम पर पुलिस व् फायर बिग्रेड के कर्मचारी पटाखे ले जाते हैं| बताया जाता है कि कर्मचारी एकत्र किये गए अधिकांस पटाखे वाहवाही लूटने के लिए आला अधिकारी के पास पहुंचाते हैं| दीवाली तो ऐसे कर्मचारी व अधकारियों की होती है जो मुफ्त में पटाखे चलाते हैं|