नई दिल्ली। भारत के राष्ट्रपति भी टि्वटर पर फर्जीवाड़े के शिकार हो गए। किसी शख्स ने सोमवार को राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी के नाम पर टि्वटर अकाउंट खोल दिया। घंटे भर में ही इस अकाउंट ने काफी लोकप्रियता पा ली। लेकिन जब आधिकारिक तौर पर जानकारी आई कि राष्ट्रपति टि्वटर पर नहीं आए हैं तब जाकर इस अकाउंट को बैन किया गया।
जैसे ही राष्ट्रपति के नाम पर बने इस फर्जी अकाउंट से टि्वट किया गया कि प्रणव मुखर्जी टि्वटर पर आ गए हैं, देश-विदेश की तमाम प्रभावशाली हस्तियों सहित हजारों लोगों ने इसका स्वागत किया। शशि थरूर सहित कुछ केंद्रीय मंत्रियों ने भी इसे फॉलो किया।
लोगों को विश्वास इस कारण अधिक हुआ कि टि्वटर के आधिकारिक अकाउंट टि्वपलोमैसी ने भी इस अकाउंट का स्वागत किया। यह विश्व के तमाम राजनेताओं के टि्वट अकाउंट का लेखा-जोखा रखता है।
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इसने प्रणव मुखर्जी को फॉलो करने की अनुशंसा भी की। लगभग चार घंटे के बाद जब राष्ट्रपति भवन से लेकर पीएमओ ने जानकारी दी कि राष्ट्रपति टि्वटर पर नहीं आए हैं तब जाकर इसे बंद किया गया।
पिछले साल पीएमओ के नाम पर कई पैरोडी अकाउंट बनाए गए थे। इनमें कुछ काफी लोकप्रिय भी हो गए थे। इस मामले में पीएमओ की ओर से टि्वटर के पास शिकायत करने के बाद इन पैरोडी अकाउंट को बंद कराया गया था।