FARRUKHABAD : माध्यमिक शिक्षा मंत्री विजय बहादुर पाल मंच पर शिक्षकों के सम्मान और नकल को आपस में जोड़कर बोल रहे थे। तभी अचानक कार्यक्रम में मौजूद कुछ पूर्व शिक्षक मंत्री की बात पर भड़क गये। जिससे हंगामा होने लगा। कार्यक्रम संचालकों ने जैसे तैसे मामले को शांत किया।
अवकाश प्राप्त प्राथमिक शिक्षक कल्याण एसोसिएशन की तरफ से दो दिवसीय कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में पहुंचे माध्यमिक शिक्षा मंत्री विजय बहादुर पाल पूर्व शिक्षकों को संबोधित कर रहे थे। अपने वक्तव्य में मंत्री ने शिक्षकों के सम्मान पर बबाल खड़े किये और कहा कि वर्तमान में शिक्षकों का सम्मान हो रहा है। शिक्षक स्कूल में नहीं पैसे लेकर घर में पढ़ाना ज्यादा पसंद करते हैं। इस बात से पूर्व प्रधानाचार्य मथुरा इण्टर कालेज मथुरा बीरपाल सिंह ने नाराजगी व्यक्त की और कहा कि नकल अध्यादेश को आपकी सरकार ने ही बंद करा दिया तो फिर इसकी पूरी जिम्मेदारी शिक्षकों की नहीं हो सकती। देखते ही देखते कई शिक्षक बीरपाल सिंह की बात में हां में हां मिलाने लगे।
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मंत्री विजय बहादुर पाल भी नीचे से आ रहे आरोपों का खण्डन माइक से ही करने लगे। मंच पर मौजूद श्रम संविदा बोर्ड के अध्यक्ष सतीश दीक्षित, संगठन के अध्यक्ष अबधेश गौड़, कार्यक्रम का संचालन कर रहे बृजकिशोर सिंह किशोर ने जैसे तैसे मामले को शांत किया और कार्यक्रम को आगे बढ़ाया।