FARRUKHABAD : अपने घर से कुछ दूरी पर खुद की डेरी में आग जलाकर सर्दी दूर करने के प्रयास में डेरी व्यवसायी आग की चपेट में आ जाने से बुरी तरह से जल गया। उसकी उपचार के दौरान मौत हो गयी।
शहर कोतवाली क्षेत्र के मोहल्ला मनिहारी निवासी 45 वर्षीय राधाकृष्ण अपने परिवार के साथ रहते हैं। घर से कुछ दूरी पर उन्होंने अपने कुछ जानवर पाल रखे हैं, जहां वह डेरी इत्यादि का काम करते हैं। बीती रात राधा कृष्ण डीपीवीपी कालेज में मानस सम्मेलन देखने आये थे। रात तकरीबन एक बजे वह अपने घर पहुंचे। घर पर उनका 18 वर्षीय पुत्र महेन्द्र सिंह, 13 वर्षीय पुत्री प्रीती, 7 वर्षीय पुत्र देवेन्द्र थे। पत्नी रुकमणी देवी राठौर व 15 वर्षीय पुत्री यशवंत कुमारी मां के साथ अपने गांव बर्राखेड़ा अर्जुनपुर, हरपालपुर हरदोई गई थी।
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सत्संग से लौटने के दौरान राधाकृष्ण ने बच्चों से घर के अंदर सो जाने को कहा और खुद डेरी पर जाकर सर्दी दूर करने के लिए आग जला ली। कुछ समय बाद डेरी के सामने रह रहे महेश राठौर ने डेरी से तेज धुआं निकलता देखा। जाकर देखा तो राधाकृष्ण आग पर औंधे मुहं पड़े थे। डेरी की छत इत्यादि में पड़ी पन्नी में भी आग लग चुकी थी। आग लगने से राधाकृष्ण बुरी तरह जल गये। तकरीबन 1 बजकर 50 मिनट पर राधाकृष्ण को प्राइवेट वाहन से लोहिया अस्पताल लेकर आये जहां तकरीबन पांच बजे उपचार के दौरान राधाकृष्ण ने दम तोड़ दिया। सोमवार प्रातः पुलिस ने शव का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया।