अवैध रूप से रोडवेज स्टेशन के निकट संचालित हो रही ट्रैवल एजेंसी

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FARRUKHABAD : शहर में बिना अनुमति के फर्जी तरीके से वर्षों से रोडवेज बस स्टेशन के निकट धड़ल्ले से ट्रैवल सेन्टर चलाये जा रहे हैं। प्रति दिन रोडवेज बस स्टेशन के निकट से सवारियां जयपुर, दिल्ली, हरिद्धार इत्यादि के लिए बुकिंग कर भेजी जाती हैं। जिनसे लाखों की अवैध कमाई कर जेबें भरी जा रही हैं। जिसमें पुलिस भी साझेदार रहती है।vimal chaturvedi

बस अड्डे के निकट गंगा ट्रैवल्स, चौधरी ट्रैवल्स, विमल चतुर्वेदी ट्रैवल्स जैसे कई ट्रैवल सेन्टर धड़ल्ले से चलाये जा रहे हैं। जिनसे पुलिस को तय रकम प्रति माह पहुंचा दी जाती है और फिर इनको रोडवेज स्टेशन के निकट सवारियां भरने की खुली छूट दे दी जाती है।

जिससे एक तरफ बिना रजिस्ट्रेशन के चल ट्रैवल सेन्टर आरटीओ विभाग को चूना लगा रहे हैं वहीं दूसरी तरफ रोडवेज विभाग को भी अप्रत्यक्ष रूप से सवारियां भरकर क्षति पहुंचा रहे हैं। बिना रोड परमिट के वर्षों से यह कारोबार जमा हुआ है। जिनसे अधिकारियों द्वारा आज तक कोई पूछताछ तक करने की जहमति नहीं उठायी गयी है। फिर चाहे इनसे मुहंमागी रकम अधिकारियों द्वारा ली जाती हो या फिर बेबजह अधिकारी आंखों में पट्टी बांधकर इस अवैध कारोबार को चलाये जाने की खुली छूट दे रहे हैं।

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chaudhari travalsइन अवैध रूप से संचालित किये जा रहे बस स्टेंडों से जयपुर, दिल्ली, हरिद्धार इत्यादि के लिए सैकड़ों की संख्या में सवारियां प्रति दिन जनपद से जाती हैं। लेकिन किसी भी टेªवल सेन्टर संचालक के पास कोई भी रोड परमिट नहीं है। जयपुर सवारियां ले जाने के लिए जयपुर व अन्य जगह सवारियां ले जाने के लिए भी उसी तरीके से रोड परमिट होना चाहिए। इसी दूरी के अनुसार अनुमति के लिए आरटीओ विभाग में धन जमा करना होता है। लेकिन यह अवैध ट्रैवल्स लाखों का विभाग को चूना प्रति माह लगा रहे हैं। 2005 से आरटीओ विभाग ने प्राइवेट बसों के लिए रोड परमिट उठाने का प्रावधान भी खत्म कर दिया है। जिससे सैकड़ों की संख्या में पुरानी बसें कबाड़ में बिक चुकी हैं। लेकिन अब यह अवैध ट्रैवल संचाjay ma ganga travalsलक आल यूपी व आल इण्डिया परमिट पर आम सवारियां भर रहीं हैं। जबकि इन्हें केवल टूरिस्ट सवारियां भरने की ही अनुमति है।

वहीं इस सम्बंध में जब एआरटीओ उदयवीर सिंह से पूछा तो उन्होंने बताया कि जनपद में किसी भी ट्रैवलल्स संचालन को अनुमति नहीं दी गयी है और न ही ट्रैवल्स के बारे में उन्हें जानकारी है। यदि काउंटर लगाकर ट्रैवल संचालक बुकिंग कर सवारियां भर रहा है तो वह पूर्ण रूप से अवैध है। ऐसे अवैध ट्रैवल्स के खिलाफ कार्यवाही की जायेगी।