FARRUKHABAD : बीते तकरीबन डेढ़ सौ वर्षों से अपने आप में एक विशेष आश्चर्यजनक कलाकारी के लिए प्रसिद्ध तकिया नशरत शाह में बनने वाला ताजिया 6 दिनों में लाल रंग से हरा हो जाता है। ताजिया बनाने वाले हाजी मोहम्मद अशफाक अंसारी का कहना है कि ताजिया पर्यावरण सुरक्षा का पैगाम देता है। 20 दिनों में बनकर तैयार होने वाले तकिया नशरत शाह के ताजिये को बनाने में हाजी मोहम्मद अशफाक अंसारी का पूरा परिवार 20 दिनों में मेहनत करके अपनी कलाकारी का नमूना पेश करते हैं।
बांस के फ्रेम पर खजूर की चटाई लपेट कर उसका ढांचा तैयार होता है। जिसके बाद फ्रेम तैयार होता है। इसके बाद तीन किलो रुई ताजिये के ऊपर चढ़ाई जाती है। रुई को गीला करने के पश्चात उस पर तकरीबन ढाई किलो लाजबंती (हालों) का लाल रंग का बीज चिपका दिया जाता है। जिससे पूरा ताजिया लाल रंग का हो जाता है।
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शनिवार 9 नवम्बर को तकिया नशरत शाह के ताजिये को हाजी मोहम्मद अशफाक अंसारी ने अंतिम रूप दिया। 15 नवम्बर को ताजिया एक दम हरा हो जायेगा। क्योंकि लाजवंती के लाल रंग के बीजों में अंकुर के बाद उसमें तकरीबन दो दो इंच के पौधे निकल आयेंगे। जो अपने आप में एक नायाब नमूना है। 15 नवम्बर को ताजिये को करबला तक ले जाया जायेगा।