FARRUKHABAD : विकासखण्ड कमालगंज क्षेत्र के ग्राम राजेपुर सरायमेदा में चल रहे मदरसा दारुल उलूम में फर्जीबाड़े की शिकायत के बाद हुई जांच में कई खामियां व अन्य फर्जी शिक्षण संस्थाओं का खुलासा होने के बाद अब शिकायत कर्ता एनुल हसन ने एफआईआर दर्ज कराने की मांग को लेकर दोबारा अनशन शुरू कर दिया है। बीते दिन से ही अनशन पर बैठे अनुल हसन व उनके साथियों को देखने व पुरसाहाल तक लेने कोई अधिकारी नहीं पहुचा, जिससे भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे अनशनकारियों में काफी मायूसी दिखाई दी.
कलेक्ट्रेट स्थित जिला पूर्ति कार्यालय के सामने धरने पर बैठे एनुल हसन का कहना है कि प्रशासन द्वारा मात्र तीन दिन में जांच कर कार्यवाही किये जाने की बात कही गयी थी। लेकिन लगभग 20 दिनों का समय गुजर चुका है अभी तक प्रशासन द्वारा फर्जी मदरसा व अन्य शिक्षण संस्थाओं के संचालक मुजफ्फर हुसैन के खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं की गयी है।
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अनशन कर रहे एनुल हसन की मांग है कि मुजफ्फर हुसैन द्वारा कूट रचित धोखाधड़ी कर बनाये गये प्रपत्रों से शिक्षण संस्थाओं की मान्यता ली गयी है। जिसे तत्काल निरस्त किया जाना चाहिए। छात्रवृत्ति व अन्य सुविधाओं के नाम पर लिये गये सरकारी धन को वापस कराया जाये। धोखाधड़ी के आरोप में शिक्षण संस्थाओं के संचालक के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराकर कानूनी कार्यवाही की जाये।
उन्होंने कहा कि 17 अक्टूबर को अनशन कर उन्होंने समस्यायें रखीं थी। लेकिन अधिकारियों के आश्वासन के बाद 18 अक्टूबर को अनशन समाप्त कर दिया था। लेकिन आज तक प्रशासन ने समस्याओं को हल करके फर्जीबाड़े का भन्डाफोड़ होने के बावजूद कार्यवाही नहीं की है। उन्होंने कहा कि जब तक प्रशासन एफआईआर दर्ज कराकर कार्यवाही नहीं करेगा तब तक वह अनशन जारी रखेंगे।