लखनऊ: उत्तर प्रदेश के सभ्य कहे जाने वाले समाज में इन दिनों बलि चढ़ाने और जीभ काटने जैसी घटनाएं आम होने लगी हैं। इन घटनाओं न केवल पुलिस
को परेशान कर दिया है बल्कि स्टेट ह्यूमन राइट कमिशन की पेशानी पर भी बल ला दिए हैं। ताजी घटना मुलायम सिंह यादव के संसदीय क्षेत्र मैनपुरी जिले की है जहां अमीर बनने की लालच में एक आदमी ने अपने पड़ोसी की छह साल की मासूम बालिका की बलि चढ़ा दी। दूसरी ओर दो दिन पहले ही एक दुधमुंही चार माह की बच्ची की जीभ काटकर देवी को चढ़ाई दी गई।
यूपी में आखिर यह सब क्या हो रहा है? मैनपुरी पुलिस ने भी मामले की पुष्टि कर दी है और इस मामले की रिपोर्ट लखनऊ भेज दी है। महाराजगंज की पुलिस भी जीभ काटने की घटना को तंत्र-मंत्र से जोड़कर देख रही है। इससे पहले यूपी में इसी साल इसी तरह के आधा दर्जन से भी ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं। बाद में पुलिस फाइनल रिपोर्ट लगाती है तो तंत्र-मंत्र और बलि की घटना को दूसरी तरह का मामला बताकर यूपी पुलिस पल्ला झाड़ लेती है क्योंकि तब तक मानवाधिकार आयोग सवाल-जवाब की मुद्रा में आ चुका होता है।
मैनपुरी जिले में आने वाली कोतवाली के संतपुर गांव में पैंतीस वर्षीय जसवंत सिंह को पड़ोसी गुलाब सिंह की 6 वर्षीया बेटी के शव के पास तांत्रिक पूजा करते हुए पुलिस ने पकड़ा। शुक्रवार देर रात यह गिरफ्तारी पुलिस ने की थी, पहले के मामलों की तरह उम्मीद है कि इस मामले को भी एक नया मोड़ दे दिया जाएगा।
राज्य मानवाधिकार आयोग ने इसे संज्ञान में ले लिया है। ऐसे में पुलिस मामले को पलट भी सकती है। फिलहाल मैनपुरी की कोतवाली पुलिस की ओर से लखनऊ भेजी गई रिपोर्ट में यही बताया गया है कि मामला तंत्र-मंत्र के साथ अपहरण एवं हत्या से सीधा जुड़ा है और बलि चढ़ाने वाले हत्यारे को गिरफ्तार कर लिया गया है। वहीं दो दिन पहले महाराजगंज के सिसवां विलेज में मंजू नामक महिला ने अपने पड़ोसी मनोज की दुधमुंही बिटिया की जीभ काटकर देवी को चढ़ा दी थी। बताया जाता है कि मंजू भी जल्दी अमीर बनना चाहती थी।