नवादा। कहा जाता है कि जब भगवान को देना होता है तो छप्पर फाड़ कर देता है। ऐसा ही कुछ हुआ नवादा के एक निजी नर्सिग होम में, जब एक महिला ने एक साथ पांच बच्चों को जन्म दिया।
नवादा जिले के सदर प्रखंड के अम्बिका बिगहा गांव की रहने वाली सपना पिछले पांच वर्षो से मां बनने का सपना संजोए हुई थी। सपना पूरा करने की गुहार लगाते हुए वह मंदिरों और मजारों पर गई, कई चिकित्सकों से सलाह ली, लेकिन वर्षो तक निराशा ही हाथ लगी। इस बीच सपना की गोद हरी हो गई और उसका सपना हकीकत बन गया, वह भी ऐसा कि लोग दंग रह गए।
नवादा के एक निजी नर्सिग होम में सपना ने एक-दो नहीं, एक साथ पांच बच्चों को जन्म दिया। नर्सिग होम की चिकित्सक डॉ़ सुधा शर्मा ने शुक्रवार को बताया कि पहले बच्चे का जन्म गुरुवार को शाम को पांच बजे हुआ और फिर कुछ ही समय के दौरान बारी-बारी से पांच बच्चों ने जन्म लिया-तीन लड़के और दो लड़कियां।
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डॉ़ सुधा ने बताया कि पांचों बच्चों का जन्म बिना आपरेशन के हुआ। सभी बच्चों का वजन 600 से 700 ग्राम के बीच था। शुक्रवार तड़के तीन बच्चों की कुछ ही समय के अंतराल पर एक-एक कर मौत हो गई, जबकि एक लड़का और एक लड़की अभी पूर्णत: स्वस्थ हैं।
उन्होंने बताया कि बच्चों को शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ़ महेश कुमार की निगरानी में रखा गया है। आम तौर पर जन्म के बाद औसतन शिशु का वजन दो किलोग्राम या उससे ज्यादा होता है। इधर, सपना पांच बच्चों को जन्म देने के बाद खुश थी लेकिन अब उसे यह चिंता सता रही है कि कहीं भगवान बचे हुए दो बच्चों को भी न छीन ले।
गुरुवार रात एक ही गर्भ से पांच बच्चों के एक साथ जन्म लेने की खबर फैलने के बाद बच्चों और सपना को देखने के लिए नर्सिग होम में लोगों का तांता लग गया।