फर्रुखाबाद: प्रधान को प्रधानी का अहोदा मिल जाने के बाद खुद को सर्वोपरि समझने लगता है. वह यह नहीं जानना चाहता है कि वह जो कार्य कर रहा व् करने जा रहा है वह उचित है व् अनुचित.
एक बानगी ब्लाक कायमगंज ग्राम पंचायत बिल्सडी के रहने वाले प्रधान केके चतुर्वेदी की. इन साहब ने तो केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी योजना इंदिरा आवास में कई लाभार्थी चयन में घोर अनियामितिताएं बरतीं. जब इसके बारे में प्रधान से अधिकारियों के सामने इस बात का विरोध किया तो प्रधान ने अपनी प्रधानी की तान पर हम ग्राम वासियों पर असलहें तान दिए.
स्वार्थी प्रधान ने अपने ही परिवार के लोगों के नाम आवास आवंटित कर सरकारी धन का भरपूर दुरपयोग किया. १३ वर्ष पुर्व मृतक सविता पत्नी ब्रजपाल के नाम २००८-०९ में आवास निकाल लिया. वर्ष २००८-०९ में आवंटित आवासों का अभी तक न बनबाना एक बड़े घोटाले की और चिल्ला-चिल्ला कर संकेत कर रहा है.
एक सूची लाभार्थी जिन्हें भुगतान नहीं किया गया-
२००८-09 बिल्सडी
सुखरानी पत्नी बिन्तू
सविता पत्नी ब्रजपाल
कमला पत्नी विष्णु
सिरौन्जा पत्नी सर्वेश
सुशीला पत्नी रोशन लाल
मंजू पत्नी द्वारिका
जल देवी पत्नी निरोत्तम
चंपा देवी पत्नी मुलायम
दुल्हन पत्नी हवीव
जोद्पुरा
अनार कली पत्नी नाथूराम
गुड्डी देवी पत्नी राम प्रवेश
राम्दार्शिनी पत्नी राम सहाय
शांति पत्नी प्रेम नारायण
२००९-१०
ब्रजरानी पत्नी मेहरवान
सत्यवती पत्नी दयाशंकर
सूरजमुखी पत्नी पन्नालाल
कुसुम पत्नी अशोक
वीरवती पत्नी चोखे
नूरवानो पत्नी रसीद
सत्यवती पत्नी मुरारीलाल
प्रधान ने लाभार्थियों के नाम से फर्जी फोटो लगाकर खाते खोल रखे हैं, विधवाओं की २०० से अधिक फर्जी पेंशन भी डकार गए. गरीबों के जाब कार्ड, राशन कार्ड व् बैंक खता पास बुक अपने पास कब्जे में लिए हुए हैं.
प्रधान बैंक मैनेजरों से मिलीभगत के चलते सरकार द्वारा गरीबी उन्मूलन हेतु आवंटित करोंडो रुपया प्रधान डकार गए.
अभी भी लोग नहीं संभले और अपने मताधिकार का प्रयोग सही प्रत्याशी के हित में न किया तो फिर ५ साल के लिए तैयार हो जाईये अपना सबकुछ इन प्रधानो को लुटाने के लिए.