तमाम चेतावनियों और सार्वजनिक स्थानों पर धूम्रपान नहीं करने की सरकार की सख्ती के बावजूद आज यहां जारी एक रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि देश के 35 फीसदी वयस्क तंबाकू सेवन करते हैं और आश्चर्यजनक रूप से 25.8 फीसदी लड़कियां 15 वर्ष की उम्र से पहले ही तंबाकू का किसी न किसी स्वरूप में सेवन शुरू कर देती हैं। वैश्विक वयस्क तंबाकू उत्पादन सर्वेक्षण 2010 की रिपोर्ट में कहा गया है कि देश के 35 फीसदी वयस्क तंबाकू का किसी न किसी स्वरूप में सेवन करते हैं और इनमें से 48 फीसदी पुरुष हैं, जबकि 2.9 फीसदी महिलाएं हैं।
रिपोर्ट आश्चर्यजनक रूप से यह खुलासा करती है कि तंबाकू उत्पादों पर चित्रमय चेतावनी, नाबालिगों को तंबाकू उत्पाद बेचने पर प्रतिबंध और सार्वजनिक स्थानों पर धूम्रपान करने पर पाबंदी होने के बावजूद तंबाकू उत्पादों का सेवन शुरू करने की औसत उम्र 17.8 वर्ष देखी गयी है, जबकि 25.8 फीसदी लड़कियां तो 15 वर्ष की उम्र से पहले ही तंबाकू का किसी न किसी रूप में सेवन करने लग जाती हैं।
यह रिपोर्ट जारी करते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री गुलाम नबी आजाद ने कहा कि सिर्फ भारत में ही हर वर्ष आठ से 10 लाख लोगों की तंबाकू के सेवन के कारण मौत हो जाती है. विकसित देशों में कड़े प्रतिबंधों के चलते अब तंबाकू उत्पाद बेचने के लिये कंपनियों का ध्यान भारत जैसे विकासशील देशों की ओर है। आजाद ने कहा कि भारत तंबाकू सेवन के मामले में विश्व का दूसरा सबसे बड़ा देश है. वर्ष 2030 तक तंबाकू के कारण होने वाली हर 10 में से सात मौतें विकासशील देशों में होंगी। उन्होंने कहा कि इस रिपोर्ट के तहत जिन आंकड़ों का खुलासा हुआ है वे पूर्व के शोध और अध्ययनों से एकदम अलग हैं।
आजाद ने कहा कि यह चिंताजनक है कि अब भी तंबाकू सेवन करने वाले पुरुषों और महिलाओं की तादाद काफी ज्यादा है. आश्चर्य की बात यह है कि तंबाकू का सेवन करने वाले 60.2 फीसदी लोगों को सुबह उठने के आधे घंटे के भीतर ही तंबाकू सेवन की लत पड़ी हुई है। यह स्थिति काफी चिंताजनक है।
उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य मंत्रालय ने राष्ट्रीय तंबाकू नियंत्रण कार्यक्रम वर्ष 2007-08 में शुरू किया था. इसे 21 राज्यों और 42 जिलों में चलाया जा रहा है ताकि तंबाकू सेवन के नुकसान के प्रति लोगों को आगाह किया जा सके। स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय, अंतरराष्ट्रीय जनसंख्या विज्ञान संस्थान और विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा मिलकर तैयार की गयी इस रिपोर्ट के लिये कराए गए सर्वेक्षण में देश के 29 राज्यों के 69,296 वयस्कों (15 वर्ष और उससे अधिक उम्र के लोगों) को शामिल किया गया। इनमें 33,767 पुरुष और 35,529 महिलाएं शामिल थी।