नई दिल्ली। कर्नाटक के कद्दावर नेता बी एस येदुरप्पा के भारतीय जनता पार्टी में वापसी का रास्ता साफ होता दिख रहा है। येदुरप्पा जल्द ही अपनी पार्टी केजेपी का विलय बीजेपी में कर सकते हैं। येदुरप्पा के रुख में बदलाव नरेंद्र मोदी की ताजपोशी के बाद आया है। येदुरप्पा ने कर्नाटक विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी से अलग होकर केजेपी का गठन किया था। चुनाव में इसका खामियाजा दोनों को भुगतना पड़ा था।
येदुरप्पा की कर्नाटक जन पक्ष यानि केजेपी मोदी की पीएम उम्मीदवारी के समर्थन और स्वागत में एक प्रस्ताव पास करेगी। इसके अलावा केजेपी पदाधिकारियों की आज शाम एक बैठक होगी और कल कार्यकारिणी की बैठक होगी। इसमें येदुरप्पा को सभी तरह के फैसले लेने का अधिकार दिया जाएगा।
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नरेंद्र मोदी के बीजेपी से पीएम उम्मीदवार बनने का येदुरप्पा ने दिल खोलकर स्वागत किया था। उन्होंने एनडीए में शामिल होने के भी संकेत दिए थे। मोदी की ताजपोशी के बाद समीकरण बदल गए हैं अब येदुरप्पा की बीजेपी वापसी का रास्ता भी खुलता दिख रहा है। लेकिन इस पर आखिरी फैसला येदुरप्पा ही लेंगे।
येदुरप्पा पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप
येदुरप्पा पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप हैं। उनपर अपने रिश्तेदारों को फायदा पहुंचाने के आरोप लगे और अवैध खनन मामले में चार्जशीट भी दाखिल हुई। इसके चलते येदुरप्पा को सीएम पद भी छोड़ना पड़ा। दोबारा सीएम बनने की मांग पर बीजेपी से उनकी तल्खी लगातार बढ़ती गई और आखिरकार उन्होंने बीजेपी छोड़ दी। भ्रष्टाचार को लकेर येदुरप्पा हमेशा लालकृष्ण आडवाणी के निशाने पर रहे। बहरहाल, अब मोदी की पीएम उम्मीदवारी के बाद येदुरप्पा अब वापस बीजेपी का दामन थामने को तैयार दिख रहे हैं।