SHAMSHABAD (FARRUKHABAD) : थाना शमसाबाद क्षेत्र के ग्राम खुड़ना घमघमा निवासी संतोष की दुर्घटना के बाद उपचार के दौरान मौत हो गयी। पुलिस के पास कार्यवाही के लिए पहुंचे ग्रामीणों की जब पुलिस ने नहीं सुनी तो उन्होंने गांव के ही निकट जाम लगा दिया। उधर से निकल रहे हिजाम जिलाध्यक्ष व नगर अध्यक्ष भी जाम में सहयोग करने पहुंच गये। हंगामे के बीच हुए विवाद में नगर अध्यक्ष को पुलिस ने पीट दिया। जिससे वह घायल भी हो गये।
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बीते तीन दिन पूर्व संतोष, सुनील व ऋषी बाइक पर सवार होकर जा रहे थे तभी इण्डिका कार ने बड़ी कुइयां के सामने टक्कर मार दी थी। जिससे तीनो घायल हो गये थे। घायल संतोष की बीती रात मौत हो गयी। परिजन शव लेकर गांव पहुंचे और पुलिस से कार्यवाही करने की बात कही। जब पुलिस ने उनकी नहीं सुनी तो आक्रोषित ग्रामीणों ने शव गांव के सामने सड़क पर रख दिया और जाम लगाकर नारेबाजी करने लगे। उसी समय हिजाम जिलाध्यक्ष राजेश मिश्रा व नगर अध्यक्ष राघवदत्त मिश्रा कायमगंज में अनशन पर बैठे साथियों से मिलने जा रहे थे।
जाम लगा देख दोनो हिजाम नेता पीड़ितों के साथ होकर जाम में शरीक हो गये। कुछ समय बाद फैजबाग चौकी इंचार्ज रामजीवन यादव सिपाहियों के साथ मौके पर पहुंचे तो ग्रामीणों ने हो हल्ला शुरू कर दिया। सूत्र तो यहां तक बताते हैं कि आक्रोषित भीड़ ने दरोगा रामजीवन यादव के तमांचा जड़ दिया। जिससे पुलिस आक्रोषित हो गयी। गुस्सायी पुलिस ने नेतृत्व कर रहे हिजाम नगर अध्यक्ष राघवदत्त मिश्रा पर लाठियां भांजनी शुरू कर दीं। जिससे उनके अंगूठे और घुटने में गंभीर चोट आयी। किसी तरह से हिजाम नगर अध्यक्ष पुलिस से छूटे।
यह जानकारी होने पर जिलाध्यक्ष राजेश मिश्रा आक्रोषित हो गये और पुनः पुलिस से विवाद कर दिया। मामला बढ़ता देख पुलिस ने कार चालक के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत कर शव पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया। इस सम्बंध में हिजाम जिलाध्यक्ष राजेश मिश्रा ने बताया कि पुलिस पूरी तरह से गुन्डई पर उतारू है। वह हिजाम कार्यकर्ताओं को खुन्नसबस अनर्गल कार्यवाही कर रही है।
थानाध्यक्ष शमसाबाद दिलेश सिंह ने बताया कि दरोगा व हिजाम नगर अध्यक्ष के साथ मारपीट की घटना सत्य नहीं है। दरोगा से भीड़ ने धक्कामुक्की की थी और वहीं नगर अध्यक्ष को हटाने के लिए पुलिस ने उनके साथ धक्कामुक्की कर दी। पीड़ित की तहरीर पर मुकदमा पंजीकृत कर लिया गया है।