बेसिक शिक्षा परिषद द्वारा उर्दू शिक्षकों की भर्ती के लिए ऑनलाइन आवेदन का प्रारूप बदल देने से हड़कंप मच गया है। आवेदकों ने आरोप लगाया है कि 24 अगस्त को बिना किसी सूचना के आवेदन का प्रारूप बदल दिया गया। नए प्रारूप पर आवेदन करना है या नहीं इसे स्पष्ट नहीं किया गया है। इस नाते 20 अगस्त तक आवेदन करने वालों को फार्म निरस्त होने का भय सता रहा है।
इस संबंध में सचिव बेसिक शिक्षा परिषद संजय सिन्हा का कहना है कि आवेदकों को परेशान होने की जरूरत नहीं है। इसके लिए बीच का रास्ता निकाला जा रहा है। इस संबंध में शीघ्र ही निर्णय कर लिया जाएगा।
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प्रदेश के परिषदीय स्कूलों में 4280 उर्दू सहायक अध्यापक के पदों पर भर्ती के लिए ऑनलाइन आवेदन मांगे गए हैं। टीईटी पास दो वर्षीय बीटीसी प्रशिक्षण प्राप्त, डिप्लोमा इन टीचिंग और मोअल्लिम-ए-उर्दू वाले पात्र माने गए हैं। इसके लिए ऑनलाइन आवेदन लिए जा रहे हैं। आवेदक किसी भी जिले में आवेदन कर सकता है। आवेदकों का कहना है कि ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया के लिए 20 अगस्त तक जो प्रारूप था, उसे 24 अगस्त को बदल दिया गया।
नए प्रारूप में प्रयोगात्मक और सैद्धांतिक नंबर अलग-अलग भरने की व्यवस्था कर दी गई, जबकि पहले ऐसा नहीं था। इससे 20 अगस्त के पहले जितने लोगों ने आवेदन किए हैं, उनके फार्म निरस्त होने का खतरा है या फिर उनका कम अंक जुड़ेगा। इस संबंध में सचिव बेसिक शिक्षा परिषद संजय सिन्हा कहते हैं कि आवेदन का प्रारूप बदला जरूर गया है, लेकिन लोगों को परेशान होने की जरूरत नहीं है। पूर्व में किए गए आवेदन पर विचार किया जा रहा है।
अदीब के भी जोड़े जा सकते हैं नंबर
उर्दू शिक्षकों की भर्ती में अभी तक 11 अगस्त 1997 से पूर्व अदीब-ए-माहिर और अदीब-ए-कामिल के अंक जोड़ने की व्यवस्था दी गई है।
माहिर इंटर और कामिल स्नातक के बराबर माना गया है। पर आवेदकों ने मांग की है कि अदीब को हाईस्कूल के समकक्ष मानते हुए इसके नंबर मेरिट में जोड़े जाएं।
मसलन, यदि अभ्यर्थी ने हाईस्कूल किसी बोर्ड से किया है और आवेदन में उसके नंबर भरता है तो उसे जोड़ा जाए। साथ ही यदि किसी ने अदीब कर रखा है व उसका नंबर भरता है तो मेरिट में इसका नंबर जोड़ा जाना चाहिए।
बेसिक शिक्षा विभाग इस पर गंभीरता से विचार कर रहा है। इस संबंध में संबंधित विभागों से राय मांगी गई है। इसके बाद इस पर निर्णय किया जा सकता है।