स्वावलम्बी होने पर शिक्षकों को स्वयं मिलेगा सम्मान: चन्द्रदीप सिंह

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FARRUKHABAD : राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के प्रदेश कोषाध्यक्ष चन्द्रदीप सिंह यादव ने जनपद पहुंचकर आयोजित बैठक में हिस्सा लिया। शिक्षकों को संबोधित करते हुए उन्होंने अध्यापक के कार्य और उसकी योग्यता के विषय पर चर्चा की। प्रदेश कोषाध्यक्ष ने कहा कि शिक्षक एक सम्मानित पद है उसे और सम्मान तब मिलता है जब वह स्वावलम्बी होकर कार्य करे।
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Sanjayशैक्षिक महासंघ की बैठक बढ़पुर स्थित एक विद्यालय में आयोजित की गयी थी। जिसमें बोलते हुए श्री यादव ने कहा कि शिक्षकों का दायित्व केवल बच्चों को किताबी ज्ञान देना ही नहीं है, वल्कि वह किताबों से अलग हटकर भी बच्चों को ज्ञान दें। जिससे उनका चहुमुखी विकास हो सके। उन्होंने कहा कि शिक्षक समस्याओं से ग्रसित हैं। उनकी समस्यायें बहुत जल्द निस्तारित करायी जायेंगी। अगर समस्याओं पर शीघ्र विचार न हुआ तो शिक्षक आंदोलन करेंगे। उन्होंने कहा कि वह पूर्व में लागू पेंशन व्यवस्था को भी बहाल कराने के लिए प्रयासरत हैं।
संगठन के जिलाध्यक्ष संजय तिवारी ने एमडीएम का भुगतान कई महीने से न होने पर चिंता व्यक्त की और शीघ्र भुगतान कराने की मांग रखी। उन्होंने कहा कि महंगाई भत्ता का भुगतान विभाग की लापरवाही नहीं हो पाया। नगर अध्यक्ष पी आर कश्यप ने भी विचार व्यक्त किये। जिलाध्यक्ष ने बताया कि हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी शैक्षिक महासंघ सेवानिवृत्त अध्यापकों का सम्मान करेगा। जिसमें प्रदेश सरकार के मंत्री व अधिकारीगण मौजूद होंगे।
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इस दौरान होने वाले कार्यक्रम के लिए नरेन्द्र पाल सिंह को संयोजक घोषित किया गया। इस अवसर पर बृजराज किशोर, नरेशचन्द्र दुबे, चमन शुक्ला, रेशमा वानो, इरफान अली, राजीव मिश्रा, नरेन्द्र पाल सिंह, विजय शंकर मिश्रा, जगन्नाथ पाल, संतोष कुमार, विक्रम सिंह आदि मौजूद रहे।