पीलीभीत। भारतीय जनता पार्टी के महासचिव और पीलीभीत के सांसद वरुण गांधी देश के शायद पहले ऐसे युवा सांसद है जिन्होंने सांसद निधि तय समय से पहले शत प्रतिशत खर्च कर दी है। अपने पिछले चार वर्षों के कार्यकाल में उन्होंने पूरी सक्रियता के साथ न सिर्फ अपनी निधि का सौ फीसदी इस्तेमाल किया बल्कि विकास कार्यों के लिए जिला प्रशासन के पास धनराशि से ज्यादा उनके प्रपोजल एडवांस में मौजूद रहे। वर्तमान में भी वह अपनी निधि की पूरी धनराशि खर्च कर चुके है।
[bannergarden id=”8″][bannergarden id=”11″]
केंद्र सरकार से विकास के लिए सांसदों को प्रतिवर्ष मिलने वाली पांच करोड़ रुपये की धनराशि सांसद निधि की प्रक्रिया थोड़ी जटिल है। एक तो यह कि प्रतिवर्ष मिलने वाली राशि एक बार में ही केंद्र से नहीं आती। दूसरे यह कि केंद्र सरकार की गाइड लाइन के अनुसार सांसदों को निधि सीधे कार्यदायी संस्थाओं को देने का कोई अधिकार नहीं है। बल्कि वे सिर्फ विकास कार्यों के लिए जिलाधिकारी को लेटर ही लिख सकते हैं। राज्य सरकारों के अधीन काम करने वाला प्रशासनिक अमला ही इस कार्य में अपना पूरा रोल अदा करता है।
[bannergarden id=”17″][bannergarden id=”18″]