लखनऊ: मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने बुधवार को यूपीए अध्यक्ष व सांसद सोनिया गांधी के संसदीय क्षेत्र के गांव रैन में छापा मारा। वहां के हालात देखकर नाराज अखिलेश ने तीन अधिकारियों को 24 घंटे के भीतर ही सजा भी दे दी है। बेसिक शिक्षा अधिकारी ज्ञानेंद्र प्रताप सिंह भदौरिया को हटाकार मुरादाबाद राजकीय विद्यालय का प्रिंसिपल बना है, तो जिला आपूर्ति अधिकारी विद्याराम अहिरवार और जिला आपूर्ति इंस्पेक्टर सुशील चंद वाजपेयी को सस्पेंड कर दिया है।
परिषदीय स्कूल में बेसिक शिक्षा की बदहाल दशा को देखकर अखिलेश काफी नाराज हुए थे। उन्होंने लोहिया गांव में विकास की खराब दशा से भी सीएम रू-ब-रू हुए। हैंडपंपों व सड़कों की दशा खराब मिली। तमाम कमियां मिलने के बाद वह बेहद नाराज हुए। सीएम ने संबंधित अधिकारियों को तीखे शब्दों में कड़ी चेतावनी दी। कहा कि जनता का काम न करने वाले अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उधर, मुख्यमंत्री के निर्देश पर ही स्वास्थ्य मंत्री अहमद हसन ने भी जिला अस्पताल में छापा मारकर स्वास्थ्य सेवाओं को परखा। इस दौरान उन्होंने कहा कि डॉक्टरों की कमी को पूरा किया जाएगा।
जावेद उस्मानी ने चखा स्कूल का कढ़ी-चावल
गांव की सुशीला का लोहिया आवास पूरा न होने पर वह नाराज हुए। गांव के लोगों ने शिकायत की कोटेदार राशन नहीं बांटता है। मुख्य सचिव जावेद उस्मानी ने पूर्व माध्यमिक स्कूल रैन में पहुंचकर एमडीएम में पके कढ़ी-चावल को चखा। स्कूल में बदहाल शिक्षण व्यवस्था पर नाराजगी जताई।
मौके पर दो कक्षाएं ही चलती मिलीं। बच्चों से पढ़ाई व पुस्तकों के बारे में जानकारी ली। बताया कि शिक्षकों की कमी से पढ़ाई बाधित है। सभी किताबें नहीं मिली हैं।
स्कूल एकल शिक्षक के सहारे संचालित होने पर वह बहुत नाराज हुए। कहा कि बीएसए क्या करता है। डीएम से व्यवस्था देखने को कहा।
तमाम शिकायतों का खुला पिटारा
सीएम ने पंचायत भवन में चौपाल लगाकर ग्रामीणों की शिकायतों को भी सुना। गांव के लोगों ने बिजली, पानी, पेंशन, आवास सहित अन्य तमाम समस्याओं को सीएम के सामने रखा।
मुख्यमंत्री ने सबकी समस्याओं को सुनने के बाद कहा कि बजट के अभाव में लोहिया गांवों में सीसी रोड के लिए पूरा धन नहीं मिल पा रहा है।
रैन गांव की सभी सड़कों को सीसी रोड से आच्छादित करने के लिए उन्होंने पूरा धन देने की बात कही। उन्होंने लोहिया आवासों की लागत को भी बढ़ाने पर विचार किए जाने की बात कही।
ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री से गांव में अस्पताल और डिग्री कॉलेज खुलवाने की मांग की। आश्वासन देते हुए सीएम ने कहा कि जल्द ही समस्याओं को दूर किया जाएगा। उधर, स्वास्थ्य मंत्री अहमद हसन भी अचानक जिला अस्पताल पहुंच गए और स्वास्थ्य सेवाओं को देखा।
अरे मैं तो अपने ही गांव में आ गया…
रैन गांव के प्रधान व सपा से बछरावां विधानसभा क्षेत्र अध्यक्ष राम बहादुर यादव से क्षेत्रीय विधायक रामलाल अकेला ने परिचय कराया तो मुख्यमंत्री अखिलेश यादव बोले अरे! मैं तो अपने ही गांव आ गया हूं।
यहां तो ज्यादा देखने की जरूरत ही नहीं है। शायद यही कारण रहा कि तमाम कमियां मिलने के बाद भी सीएम ने किसी के खिलाफ कार्रवाई का आदेश नहीं दिया।
मीडिया से बनाए रखी दूरी, कहा गोपनीय दौरा
मुख्यमंत्री बनने के बाद पहली बार जिले आए अखिलेश यादव ने मीडिया से पूरी तरह से दूरी बनाए रखी। पूर्व माध्यमिक स्कूल रैन में एमडीएम व शिक्षण व्यवस्था को चेक करते समय मीडिया कर्मियों को पूरी तरह से दूर रखा गया।