कमालगंज (फर्रुखाबाद): बिहार प्रांत में मिड डे मील से दर्जनों बच्चों की मौत का मामला सामने आने के बाद से जनपद में मिड डे मील व उसके राशन में शुद्धता बरतने पर जोर के चलते तमाम खामियां सामने आने लगी हैं। कमालगंज विकासखण्ड के ग्राम कल्लू नगला में बुधवार को प्रधान द्वारा मासूमों के मिड डे मील के लिए भिजवाये गये चावलों में सूड़ी व घुन निकलने पर विवाद खड़ा हो गया। बाद में प्रधानाध्यापक ने अपनी जेब से रुपये देकर चावल मंगवाकर मिड डे मील बनवाया।
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बुधवार को ग्राम कल्लू नगला पूर्व माध्यमिक विद्यायल में मिड डे मील बनवाने के लिए प्रधान के यहां राशन लेने के लिए रसोइया गया तो प्रधान प्रमोद सिंह ने उसे घुन और सुड़ी वाला चावल दे दिया। जब उसने स्कूल में चावल लाकर बीने तो उसमें काफी सूड़ी व घुन देखकर प्रधानाध्यापक शकुंतला ने खण्ड शिक्षा अधिकारी से सम्पर्क कर प्रधान द्वारा दिये गये चावलों में घुन व सुड़ी होने की सूचना दी। खण्ड शिक्षा अधिकारी ने खाना बनाने से मना कर दिया। जिसके बाद प्रधानाध्यापक ने अपने पास से पांच किलो चावल खरीदवाया और कड़ी चावल बनवाकर बच्चों को खिलवा दी।
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वहीं प्रधान प्रमोद सिंह यादव ने कहा कि उन्हें गोदाम से यही चावल मिला है जो स्कूल भेजा है। उन्हें गोदाम से ही घटिया चावल दिया जाता है वह भी 51 किलो के स्थान पर मात्र 42 किलो ही दिया जाता है। उन्होंने इसकी शिकायत भी जिलाधिकारी से की है।
वहीं खण्ड शिक्षा अधिकारी ने कहा कि कोटेदार, प्रधान अथवा गोदाम प्रभारी की जांच करायी जायेगी। दोषी के खिलाफ कार्यवाही की जायेगी।