नोएडा। ग्रेटर नोएडा की SDM दुर्गा शक्ति नागपाल के निलंबन में IBN7 के हाथ ग्रेटर नोएडा के कादलपुर गांव के लेखपाल की अहम रिपोर्ट लगी है। इस रिपोर्ट से साबित होता है कि दुर्गा को उस गलती की सजा दी गई है जो उसने की ही नहीं। 27 जुलाई को SDM को सौंपी इस रिपोर्ट में लेखपाल ने कहा है कि कादलपुर गांव में ग्रामसभा की जमीन पर सबी धर्मों के लोगों से चंदा इकट्ठा करके एक धार्मिक स्थल का निर्माण किया जा रहा था।
लेखपाल के मुताबिक गांव के लोगों ने इमारत पर माइक लगा दिया था। लेखपाल ने अपनी रिपोर्ट में लिखा है कि प्रशासन को इस बात की शिकायत मिलने के बाद पुलिस और प्रशासन के लोग मौके पर पहुंचे और गांववालों को समझाया कि प्रशासन की इजाजत के बगैर निर्माण गलत है। इस बातचीत के बाद गांव के लोगों ने खुद ही माइक उतार दिया और खुद ही दीवार भी हटा दी।
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गौरतलब है कि यूपी सरकार के राजस्व विभाग में लेखपाल ऐसे मामलों का जांच अधिकारी होता है। लेखपाल ने इस रिपोर्ट को बनाने के बाद अपने उच्च अधिकारी नायब तहसीलदार को सौंपी थी। नायब तहसीलदार ने लेखपाल के रिपोर्ट को सही मानते हुए तत्कालीन एसडीएम दुर्गा नागपाल को सौंप दी थी। इसके बाद इस रिपोर्ट को जिलाधिकारी को भेज दिया गया। लेकिन ठीक इसी दिन सरकार ने दुर्गा पर ये आरोप लगाते हुए कि उन्होंने धार्मिक स्थल की दीवार गिरवाई है और उन्हें सस्पेंड कर दिया।