अयोध्या विवाद: आख़िरी लड़ाई अब सुप्रीम कोर्ट में

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नई दिल्ली: अयोध्या जमीन विवाद की ल़डाई अब सुप्रीम कोर्ट में ल़डी जाएगी। सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड और हिंदू महासभा, दोनों ने इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ विशेष बेंच के फैसले को चुनौती देने का फैसला किया है।
हिंदू महासभा ने कहा है कि वह राम जन्मभूमि को तीन हिस्सों में बांटने के फैसले को चुनौती देगी। उधर, सुन्नी वक्फ बोर्ड के वकील जफरयाब जिलानी ने भी कहा है कि एक तिहाई भूमि बंटवारे का फार्मूला मान्य नहीं है। हाईकोर्ट में दावा खारिज होने पर उन्होंन कहा कि वह मस्जिद का दावा नहीं छो़डने वाले हैं और सुप्रीम कोर्ट जाएंगे। जिलानी ने यह भी कहा कि सुप्रीम कोर्ट जो भी फैसला करेगा, वह उसे मंजूर करेंगे।
गौरतलब है कि इस ऎतिहासिक फैसले के लिए बेंच के तीनों जजों ने अलग-अलग फैसले दिए। ऎसा कम ही होता है जब किसी बेंच के सभी जजों ने अलग-अलग फैसले लिखे हों। अदालत के सामने कई अहम सवाल थे। साठ साल से चल रहे मुकदमे का फैसला आसान नहीं था। कई सवालों पर जजों की राय बंटी। काफी सवाल ऎसे थे जिन पर आम राय भी दिखी।
ये सवाल यहां दिए जा रहे हैं-
सवाल नंबर 1- क्या यहां मस्जिद थी!
जस्टिस एसयू खान- हां!
जस्टिस सुधीर अग्रवाल- हां, मुसलमानों ने हमेशा इसे मस्जिद माना है।
जस्टिस धर्मवीर शर्मा- नहीं, क्योंकि यह इस्लाम की परम्परा के खिलाफ बनाई गई थी।
बहुमत फैसला- हां
सवाल नं. 2- क्या विवादित भूमि राम की जन्मभूमि है!
जस्टिस एसयू खान- मस्जिद बनने के बाद हिंदुओं ने इसे राम जन्मभूमि माना।
जस्टिस सुधीर अग्रवाल- हां, हिंदुओं की यही मान्यता है।
जस्टिस धर्मवीर शर्मा- हां।
सवाल नं. 3- क्या मस्जिद बनाने के लिए मंदिर को गिराया गया था!
जस्टिस एसयू खान- नहीं, यह एक उज़ाड मंदिर के खंडहर पर बनाया गया था।
जस्टिस सुधीर अग्रवाल- हां, एक गैर-इस्लामी ढांचे यानी हिंदू मंदिर को गिराया गया था।
जस्टिस धर्मवीर शर्मा- ऑर्कियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया ने साबित किया है कि एक ब़डा हिंदू धार्मिक ढांचा गिराया गया था। बहुमत राय- हां
सवाल नं. 4- क्या मूर्तियां 22-23 दिसंबर, 1949 की रात रखी गई थीं!
जस्टिस एसयू खान- हां।
जस्टिस सुधीर अग्रवाल- हां।
जस्टिस धर्मवीर- हां।
बहुमत- हां।
सवाल नं. 5- क्या यह जगह हिंदू और मुस्लिम दोनों धर्मो से जु़डी है!
जस्टिस एसयू खान- हां।
जस्टिस सुधीर अग्रवाल- हां।
जस्टिस धर्मवीर शर्मा- नहीं हिंदुओं से।
बहुमत- हां।
सवाल नं. 6: क्या राम की मूर्ति मुख्य गुंबद के नीचे रहनी चाहिए!
जस्टिस एसयू खान- हां।
जस्टिस सुधीर अग्रवाल- हां।
जस्टिस धर्मवीर शर्मा- हां।
बहुमत- हां।
सवाल नं. 7- जमीन का बंटवारा कैसे होगा!
जस्टिस एसयू खान- तीनों को एक तिहाई हिस्सा मिले। मुख्य गुंबद हिंदुओं को, सीता रसोई और राम का चबूतरा निर्मोही अख़ाडे को। जस्टिस सुधीर अग्रवाल- हां, मुख्य गुबंद हिंदुओं को, सीता की रसोई और राम चबूतरा निर्मोही अख़ाडे को।
जस्टिस धर्मवीर शर्मा- मंदिर के निर्माण में मुसलमान हस्तक्षेप न करें।
बहुमत- तीनों को एक-तिहाई हिस्सा मिले। मुख्य गुंबद हिंदुओं को, सीता की रसोई और राम का चबूतरा निर्मोही अख़ाडे को मिले।