लखनऊ : राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद भी आइएएस दुर्गा शक्ति नागपाल के निलंबन के विरोध में उतर आया है। परिषद के अध्यक्ष हरि किशोर तिवारी की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि प्रारंभिक जांच में दोषी मिलने और सेवा समाप्त होने तक का गंभीर आरोप होने पर ही किसी अधिकारी, कर्मचारी को निलंबित किया जाना चाहिए। दबाव बनाने के लिए सरकार ने दुर्गा शक्ति को निलंबित किया है। कर्मचारी नेता ने कहा है कि अगर उनके संगठन से इस संदर्भ में कोई समर्थन मांगा जाएगा तो वह तैयार हैं। इनसे अलावा उत्तर प्रदेश सचिवालय संघ के पूर्व अध्यक्ष मो. वसीम सिद्दीकी ने दुर्गा नागपाल के निलंबन के तरीके को गलत ठहराया है। उन्होंने सरकार से निलंबन वापस लेने की मांग की है।[bannergarden id=”8″][bannergarden id=”11″]