FARRUKHABAD : सूचना के अधिकार अधिनियम को लागू किये जाने को अपनी उपलब्धता बताने वाली कांग्रेस जब अन्य राजनैतिक दलों के साथ खुद भी इसके दायरे में आने लगी तो तत्काल मंत्रिमंडल ने कानून बनाकर इससे बाहर का रास्ता तलाशना शुरू कर दिया। इस विषय में शुक्रवार को यहां आये केंद्रीय विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद को जब मीडिया ने इस पर घेरा तो उन्होंने ‘पहली बार तो सारी राजनैतिक पार्टियों के किसी एक बिंदु पर एकमत हुईं हैं, आपको अच्छा नहीं लग रहा?’ कहते हुए बात को मज्जाक में टालने का प्रयास किया| लोकपाल बिल, महिला प्रतिनिधित्व बिल और इन जैसे अन्य बिलों का उल्लेख किये जाने पर उन्होंने जो तर्क दिये, संभवतः वह स्वयं भी उनसे सहमत नहीं थे।
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स्थानीय सांसद और केंद्रीय विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद शुक्रवार को यहां एक ट्रेन को झंडी दिखा कर उदघाटन के लिये आये थे। वार्ता के दौरान मीडिया कर्मियों द्वारा सूचना के अधिकार कानून के दायरे से राजनैतिक दलों को बाहर किये जाने संबंधी केंद्र सरकार की कोशिशों के विषय में पूंछे जाने पर श्री खुर्शीद ने जो तर्क दिये, उनसे वह स्वयं भी कहीं न कहीं पूरी तरह सहमत नहीं महसूस हुए। उनकी आत्मविश्वास से भरी आवाज उनके चेहरे के भावों से पूरी तरह मेल नहीं खा रही थी। उन्होंने पहले तो सवाल का सीधा जवाब देने के बजाय उल्टे मीडिया कर्मियों पर ही पलटवार करते हुए कहा कि आखिर मीडिया हाउस अपने ऊपर नियंत्रण के मुद्दे पर पीछे क्यों हट जाते हैं। तब मीडिया स्व-नियंत्रण की बात करने लगती है। सर्वोच्च न्यायाल की कार्यप्रणाली को भी व्यवस्थागत कारणों से आरटीआई से बाहर रखा गया है। इसी प्रकार राजनैतिक दलों की कार्यप्रणाली पर नजर रखने के लिये अलग से निर्वचन आयोग जैसी संस्था पहले से मौजूद है। फिर उनको आर्टीआई के तहत लाने की क्या जरूरत है| इसी बीच उन्होंने राजनैतिक दलों के विषय में जनता की जानकारी के योग्य तथ्यों को सार्वजनिक किये जाने की वकालत भी की। परंतु इससे पहले कि मीडिया कर्मी कार्पारेट हाउस और एनआरआई फंडिंग के विषय में उनको घेरते उन्होंने मामले को हास्यपरक रुख देते हुए कहा कि अरे भाई बहुत दिनों बाद तो सारे राजनैतिक दल एकजुट हुए हैं, आपको अच्छा क्यों नहीं लग रहा। परन्तु एसा कहते समय उनके चेहरे की लालिमा अपनी पोल खुद ही खोल रही थी।
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इस अवसर पर उन्होंने तेलंगाना से लेकर चीन के साथ संबंधों तक पर अपने और केंद्र सरकार के रुख पर दी गयीं अनेक सफाईयों को पुनः रेखांकित किया।