दुर्गा केस: DM रिपोर्ट से खुली सरकार की पोल

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Durga Shakti Nagpalनई दिल्ली। आईएएस दुर्गा नागपाल को सस्पेंड किए जाने का मामला यूपी की अखिलेश सरकार के लिए गले की हड्डी बनता जा रहा है। इसे लेकर केंद्रीय आईएएस एसोसिएशन ने तो मुहिम छेड़ ही दी है। अब गौतमबुद्ध नगर के डीएम की रिपोर्ट से भी नए-नए खुलासे हो रहे हैं। रिपोर्ट के मुताबिक कादलपुर गांव में लोगों ने खुद ही दीवार गिराई थी।
डीएम की रिपोर्ट के मुताबिक ग्रेटर नोएडा के कादलपुर गांव में किसी धार्मिक स्थल की दीवार नहीं गिराई गई थी। गौतमबुद्ध नगर के डीएम ने अपनी जांच रिपोर्ट में कहा है कि गांववालों ने ही दीवार गिराई थी। डीएम ने यूपी सरकार को अपनी रिपोर्ट भेज दी है। रिपोर्ट में ये भी कहा गया है कि गांव में कोई तनाव नहीं है।
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इस खुलासे के बाद बीजेपी ने सपा सरकार को निशाने पर लिया है। बीजेपी नेता कलराज मिश्र ने कहा कि सरकार ने अपनी नाकामयाबी का उदाहरण पेश किया है। दुर्गा शक्ति ईमानदार अधिकारी हैं। शासन में खनन माफिया का दबाव था, इसके चलते उनको निलंबित किया गया। दीवार के कारण सांप्रदायिक दंगे हो सकते थे, इस आशंका के आधार पर उनको निलंबित करना गलत है। मैं तो कहूंगा कि वहां दीवार थी ही नहीं, सपा नेता ने गलत रिपोर्ट दी।

गांववालों की दलील कुछ और

कादलपुर गांव के धार्मिक स्थल की अवैध दीवार को दुर्गा नागपाल ने गिरवा दिया था। यूपी सरकार की दलील है कि इससे यहां का माहौल बिगड़ सकता था इसीलिए दुर्गा को निलंबित किया गया। लेकिन यूपी सरकार के पक्ष के उलट कादलपुर गांव के लोगों ने धार्मिक सद्भाव बिगड़ने के दावे को सिरे से खारिज कर दिया है। यहां के लोगों का कहना है कि इस धार्मिक स्थल का निर्माण गांव के सभी धर्मों के लोगों की सहमति से हो रहा था, लिहाजा दंगा भड़कने की स्थिति नहीं थी। हालांकि, बगैर नोटिस दीवार गिराने की कार्रवाई पर गांववाले जरूर नाराज हैं।
गांव वालों का कहना है कि पुलिस बल के साथ खुद दुर्गा भी यहां पहुंची थीं। गांववालों ने उनसे दो दिन की मोहलत भी मांगी थी, लेकिन वो नहीं मिली। हालांकि दीवार गिरने के बाद यहां स्थानीय नेताओं का भी आना-जाना लगा हुआ है। दुर्गा शक्ति के निलंबन के बाद मुख्यमंत्री ने बयान दिया कि इलाके में सांप्रदायिक सद्भाव बिगड़ सकता है लिहाजा ये कार्रवाई की गई है, लेकिन गांव के लोगों ने उनके बयान को सिरे से खारिज कर दिया। अब इस मामले में सरकार को साफ करना पड़ेगा कि ये कार्रवाई क्यों की गई।