आजमगढ़। सगड़ी के पूर्व विधायक सर्वेश सिंह सीपू के बड़े भाई संतोष सिंह उर्फ टीपू व चचेरे भतीजे की तहरीर पर जीयनपुर कोतवाल विजय सिंह व कई अन्य सिपाहियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करते हुए पुलिस ने कोतवाल को गिरफ्तार कर लिया है और अन्य फरार हैं। कोतवाल की गिरफ्तारी की घोषणा खुद एसपी अरविंद सेन ने की है। अभी भी इस हत्याकांड को लेकर इलाके में तनाव बरकरार है।
पूर्व विधायक के भाई ने तहरीर में लिखा है कि सर्वेश सिंह को कोतवाल ने बुलाया व धमकी दी कि कुंटू सिंह से समझौता कर लें वरना अंजाम बुरा होगा। कोतवाली से निकलने के तत्काल बाद यह घटना हो गई। बड़े भाई की तहरीर में कुंटू सिंह, कोतवाल विजय सिंह, संग्राम सिंह, रिजवान, राजेन्द्र, प्रताप को नामजद व तीन को अज्ञात दिखाया गया है जबकि चचेरे भाई मारकंडेय के पुत्र पवन सिंह की तहरीर में कोतवाल विजय सिंह, सिपाही विजय दूबे व अन्य को आरोपित किया गया है कि इन लोगों ने
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जितेन्द्र पुत्र आत्मा को गोली मारी। पुलिस ने कोतवाल व अन्य सभी के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया है। चूंकि पूर्व विधायक के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजना था, इसलिए पुलिस उसी प्रयास में सुबह से शाम तक लगी रही। शाम को डीएम ने हिम्मत जुटाई और सीपू के घर पहुंचीं। वहां लोग अड़ गए कि कोतवाल, अन्य दोषी सिपाहियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जाए। आइजी की कार्रवाई की बातों पर जनता फिर भड़की। पब्लिक का तेवर देख एसपी ने तहरीर देने को कहा। इसी के बाद कोतवाल की गिरफ्तारी हुई।
आपको बता दें कि आजमगढ में पूर्व सपा विधायक 35 वर्षीय सर्वेश सिंह सीपू की गोली मारकर हत्या हो गई है।
उनके साथ उनके एक साथी 35 वर्षीय भरत राय की भी गोली लगने से मौके पर ही मौत हो गई। घटना शुक्रवार
सुबह करीब दस बजे तब हुई जब पूर्व विधायक अपने जीयनपुर स्थित आवास से निकलकर दरवाजे पर ही खड़े वाहन में बैठने जा रहे थे। उसी समय बाइक सवार तीन बदमाशों ने अंधाधुंध गोलीबारी कर दी।