फर्रूखाबाद: कालेज प्रवंधतंत्रों द्वारा फर्जीवाड़ा कालेज संचालन की मान्यता प्राप्त कर ली जाती है। जिले में संचालित गैर सरकारी वित्तीय सहायता प्राप्त एवं स्ववित्तपोषी कालेजों के प्रबंधतंत्र के लोग विश्वविद्यालय, शिक्षा विभाग व शासन प्रशासन को फर्जी, अवैध, अमानक व भ्रामक तथ्यों के प्रपत्रों को जोड़तोड़कर स्वप्रमाणित कर मान्यता पत्रावली में शामिल कर फर्जीवाड़ा कर रहे हैं। कालेजों में तैनात अध्यापक घरों पर ट्यूशनबाजी में मस्त हैं।
मालूम हो कि मान्यता प्राप्त कालेजों के प्रबंधक शिक्षाविभाग के लोगों से सांठगांठ कर रविवार के दिनों में होटलों में बैठकर अमानक लोगों के फर्जी साक्ष्तकार की कार्यवाही आख्या व चयन नियुक्ति दिखाकर फर्जी प्रपत्र विश्वविद्यालय व बोर्ड में दाखिल कर रहे हैं जिसके कारण जहां एक ओर जिले में सक्रिय शिक्षा माफि या जनसाधारण के विकास की सरकारी योजनाओं की निधियों के धन को हड़पने, कालेज भूमि, भवन, चारा गांवों पर जवरन कब्जा करके तथा छात्र छात्राओं से अबैध बसूली कर उसका लाभ कमा रहे हैं। वहीं दूसरी ओर शिक्षा माफि या अपराधी एवं स्वार्थी लोगों की जनविरोधी गतिविधियों से शिक्षा, छात्र व समाज का हित बुरी तरह से प्रभावित कर रहे हैं। ज्ञापन के माध्यम से मांग की गयी कि जिले में तैनात सरकारी शिक्षक स्कूलों में न पढ़ाकर अपने घर व अन्य स्थानों पर ट्यूशन पढ़़ाकर देश के वच्चों के भले के बजाय अपना भला कर रहे हैं और ट्यूशन वाजी में संलिप्त रहकर संगीन अपराध कर रहे हैं जबकि सरकारी शिक्षकों द्वारा ट्यूशन पढ़ाना दंडनीय अपराध है।
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