फर्रुखाबाद: मुस्लिम समाज के पवित्र रमजान माह को लेकर बाजार भी सज गया है। रोजेदारों के लिए खाद्य वस्तुओं से सजी दुकानों पर फैनी की बहार तो फल बाजार में खजूर भी अनोखे अंदाज में सजाए गए हैं। गुरुवार से रमजान शुरू होने की पूर्व संध्या पर बाजारों में इन दुकानों पर मुस्लिम समाज के लोगों ने खरीददारी में दिलचस्पी दिखाई।
गुरुवार से रमजान माह शुरू हो रहा है। तमाम रोजेदार पूरे महीने रोजा रखते हैं, लेकिन अधिकांश के लिए पहला दिन महत्वपूर्ण होता है। रमजान के आगाज को लेकर शहर के जामा मस्जिद के आसपास की दुकानें फैनी से सजी नजर आ रही हैं। साथ ही डबल रोटी, टोस्ट सहित सूजी मैदा के अन्य कई तरह के उत्पाद भी सजे दिखे। फल बाजार में विक्रेताओं ने खजूर की अच्छी बिक्री को लेकर पहले से ही इसका स्टॉक किया है। बुधवार को इन दुकानों पर खरीददारों की खासी भीड़ देखने को मिली।
यह भी तो जानें
– रमजान माह में रोजा रखने वालों को रोजे का मुकम्मल जकात व सदका करने का हुक्म है। जकात हर साहिबे निसाब पर फर्ज होता है, जिसके पास 52.5 तोला चांदी तथा 7.5 तोला सोना है, उस पर ढाई फीसद जकात निकलता है। सदके में 1.650 किलो गेहूं या इतनी ही कीमत होनी चाहिए।
– रमजान में तीन असरे पढ़ना जरूरी माना गया है। इसके तहत कुरान शरीफ की तिलावत और नफ्ल की नमाज के अलावा बुरे कार्यो से तौबा की प्रार्थना प्रमुख है।
– रोजेदारों को जरूरी है कि नेक कार्य करे। शरीर के प्रत्येक अंग के लिए नेक कार्य जरूरी हैं, जैसे कानों के लिए गलत बातें न सुनना, मुंह के लिए किसी को दुख पहुंचाने की बात गाली न देना, गरीबों के हित में कार्य करना आदि प्रमुख कार्य हैं।
– राजनीतिक इफ्तार पार्टी में रोजेदारों का शिरकत करना वैसे तो उचित नहीं है, फिर भी अपने परस्पर और खास लोगों के आमंत्रण पर सहभागिता करनी चाहिए।