काता में एक निजी यात्रा के दौरान उन्होंने कहा कि न तो कांग्रेस को बहुमत मिलेगा और न ही भाजपा को। किसी भी तरह के तीसरे मोर्चे की बात चुनावों के बाद ही करेंगे।
उन्होंने कहा, ‘देश में बहुत सारे प्रगतिशील दल हैं, जो चुनावों के बाद नई उम्मीद पैदा कर सकते हैं। लेकिन यह सब बातें चुनाव होने के बाद ही होंगी।’
जब उनसे पूछा गया कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से उनकी इस संबंध में कोई बातचीत हुई है, उन्होंने कहा कि अभी तक इस मुद्दे पर उनकी कोई बात नहीं हुई है। हालांकि निश्चित तौर पर मैं उनके साथ मधुर व्यवहार बनाना चाहूंगा।
समाजवादी पार्टी के महासचिव संजय डालमिया ने माकपा के राज्य मुख्यालय में जाकर कुछ सीनियर नेताओं से बात भी की।