लखनऊ : उत्तराखंड में आपदा से घिरे प्रदेश के तीर्थयात्रियों के साथ उपेक्षापूर्ण व्यवहार का आरोप लगाते हुए भाजपा ने सपा सरकार की नीति और नीयत पर सवाल खड़े किए।
मंगलवार को पत्रकार वार्ता के दौरान प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मीकांत वाजपेयी ने उत्तराखंड आपदा में फंसे यूपी वासियों को राहत प्रदान करने में सपा सरकार पर नाकाम रहने का आरोप लगाते हुए मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से सवाल पूछे और सार्वजनिक उत्तर की मांग की।
उन्होंने पूछा कि तीर्थयात्री के बजाए वहां हज यात्री फंसे होते तो क्या राहत कार्यो में सरकार देरी करती? पीड़ितों की सुध लेने के लिए अन्य प्रातों के मंत्री अथवा शीर्ष जिम्मेदार लोग वहा पहुंचे परन्तु यूपी से वहां कोई क्यों नहीं गया? सपा सरकार ने आपदा को लेकर सर्वदलीय बैठक, विधायक निधि में संशोधन जैसे महत्वपूर्ण प्रस्तावों पर भी विचार नहीं किया?
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वाजपेयी ने आरोप लगाया मुख्यमंत्री को लैपटॉप बांटने से फुरसत नहीं है। उन्होंने बसपा को भी आड़े हाथों लेते हुए कहा बसपा के राष्ट्रीय महासचिव सतीश मिश्रा वोट बैंक की राजनीति में मस्त हो ब्राह्माण सम्मेलन करने में जुटे है। उत्तराखंड सरकार को निकम्मी बताते हुए वाजपेयी ने मानवाधिकार संगठनों की कार्यशैली पर सवाल खड़े किए। उन्होंने आपदा राहत में भाजपा के प्रयासों को भी गिनाया। विधायकों द्वारा एक माह का वेतन देने की घोषणा को दोहराते हुए वाजपेयी ने बताया राष्ट्रीय अध्यक्ष राजनाथ सिंह बुधवार को पूर्वाह्न 11 बजे राहत सामग्री की खेप को रवाना करेंगे। उन्होंने बताया कि उत्तराखंड की सीमा से सटे जिलों के भाजपाइयों ने आपदा के दूसरे दिन से ही राहत सामग्री भेजनी शुरू कर दी थी। विभिन्न जिलों से अब तक नौ ट्रक सामग्री भेजी जा चुकी है।