FARRUKHABAD : हिन्दू युवा सम्राट कहे जाने वाले भाजपा नेता प्रांशुदत्त द्विवेदी के पार्टी से राष्ट्रीय मंत्री बनने के बाद प्रथम बार नगर आगमन पर भाजपा के कई प्रमुख चेहरे नजर तक नहीं आये। स्वागत तो जगह जगह हुआ लेकिन उसमें भाजपाइयों की कोई खास भूमिका नहीं देखी गयी। जिला जेल से लेकर गुरुगांवदेवी मंदिर तक नवनियुक्त राष्ट्रीय मंत्री के स्वागत की व्यवस्था की गयी थी। अधिकतर स्थानों पर युवाओं की ही भीड़ दिखी।
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प्रांशुदत्त द्विवेदी के स्वागत में कई जाने माने व वरिष्ठ चेहरे न दिखना चर्चा का विषय बना रहा। वैसे जनपद पहुंचते ही जिला जेल चौराहे पर संगठन की शाख बचाने के लिए पार्टी के जिलाध्यक्ष दिनेश कटियार, महामंत्री विमल कटियार के साथ सत्यपाल सिंह, प्रभात अवस्थी, शैलेन्द्र राठौर व रवीन्द्र गुड्डे को लेकर पहुंच गये और उनका वहीं पर स्वागत किया। इस स्वागत के बाद फिर जैसे वरिष्ठ भाजपाई तो नदारद ही मिले। स्वागत के लगाये गये बैनर में भी जनपद के किसी वरिष्ठ नेता ने शुभकामनायें नहीं दीं। जिला जेल से लेकर गुरुगांवदेवी मंदिर तक जुलूस अवश्य गया। लेकिन उस जुलूस में कहीं भी नगर कमेटी नहीं दिखी। नगर अध्यक्ष ज्ञानेश गौड़ सहित पूरी कमेटी ने प्रांशुदत्त के स्वागत समारोह का पूर्णतः बहिष्कार कर दिया। इसके साथ-साथ पूर्व विधायक सुशील शाक्य, पूर्व विधानसभा प्रत्याशी मेजर सुनीलदत्त द्विवेदी, डा0 राजेश्वर सिंह, पूर्व चेयरमैन कायमगंज मिथलेश अग्रवाल, प्रदीप सक्सेना, पूर्व जिलाध्यक्ष भूदेव सिंह राजपूत के साथ-साथ पार्टी के टिकट के दावेदार मुकेश राजपूत, रूपेश गुप्ता का स्वागत समारोह में शामिल न होना कई बड़े सवाल छोड़ गया।
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मुद्दा वही पुराना, बातचीत करने पर कुछ पदाधिकारियों व वरिष्ठ नेताओं ने सीधे सीधे, तो कुछ ने घुमा फिराकर अपना विरोध जताया। नगर अध्यक्ष ज्ञानेश गौड़ ने बताया कि उनके पास इस सम्बंध में कोई सूचना ही नहीं। उन्होंने अपनी खिन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि जिन लोगों के विरुद्ध अनुशासन हीनता की शिकायत हुई, उन्हीं को पार्टी आला कमान द्वारा अच्छे पद देना नगर कमेटी की समझ से बाहर है। भाजपा मीडिया प्रभारी दिलीप भारद्धाज ने कहा कि वह पार्टी शुभचिंतकों का ही स्वागत कर सकते हैं। लेकिन कोई जानकारी उन्हें इस बावत जिला कमेटी से नहीं दी गयी है। अधिकतर भाजपा के नेताओं ने सूचना न होने की बात को स्वागत समारोह में न आने को लेकर अपनी ढाल बनाया। पूर्व जिलाध्यक्ष ने कहा कि वह इस समय जनपद में नहीं हैं। लेकिन हर एक अनुपस्थित पदाधिकारी के बातचीत के ढंग में बीते विधानसभा चुनाव में जो भितरघात किया गया वह रह रह कर जवान पर आ रहा है।