FARRUKHABAD : बीते पांच दिनों से शहर क्षेत्र के घटियाघाट बंधा स्थित ऋषि आश्रम पर अनशनकारियों ने विद्युत शवदाहगृह व ट्रीटमेंट प्लांट लगाये जाने की मांग को लेकर अनशन शुरू कर रखा है। लेकिन प्रशासन से इस बावत कई चरणों की वार्ता के बाद भी कोई ठोस निष्कर्ष नहीं निकल रहा है। पांचवें दिन भी अनशन जारी रहा। जिस पर देर शाम पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों का एक बड़ा जत्था अनशनकारियों को किसी तरह से हटाने की फिराक में पहुंचा। लेकिन तभी मौके पर कई मीडियाकर्मी पहुंच गये। जिसके बाद अधिकारी स्थिति को भांपकर बैरंग लौट गये।
अनशनकारियों का नेतृत्व कर रहे इण्डिया अगेंस्ट करप्शन के सदस्य एडवोकेट लक्ष्मण सिंह से दोपहर में ही कुछ लोगों से अनशन तोड़ने को लेकर काफी तू तू मैं मैं हो गयी थी। इधर प्रशासन व पुलिस की गले की हड्डी बने अनशनकारी किसी भी तरीके से हटने को तैयार नहीं। उनकी मांग है कि प्रशासन खुद लिखित रूप से उन्हें आश्वासन दे। इसके बाद वह अनशन तोड़ेंगे। इससे पूर्व में किये गये अनशन को प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा मौखिक रूप से कहकर अनशन तुड़वा दिया गया था। लेकिन अभी तक प्रशासन ने अपने वादे पर अमल नहीं किया। जिसके बाद अनशनकारी पुनः घटियाघाट पर अनशन पर बैठ गये।
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रविवार को उन्हें किसान यूनियन के अलावा कई बुजुर्ग साधुओं ने भी समर्थन दे दिया। अनिश्चितकालीन चलने वाले अनशन और अन्ना के 25 तारीख को फर्रुखाबाद आने की खबर से प्रशासन के हाथ पैर फूले हुए हैं। पांच दिनों में कई बार वार्ता हुई लेकिन कोई ठोस विकल्प नहीं निकला। जिसके बाद प्रशासन ने अनशनकारियों को वहां से हटाने की योजना बना ली थी और पुलिस के आला अधिकारियों के अलावा प्रशासन की तरफ से भी कई अधिकारी दल बल के साथ मौके पर पहुंच गये। लेकिन इससे पहले भी मीडियाकर्मियों को मामले की भनक लग गयी और मौके पर वह भी पहुंच गये। इसके बाद अधिकारियों ने स्थिति को समझा और काफी देर आपस में ही मंत्रणा करने के बाद बैरंग लौट गये। सूत्रों की मानें तो देर रात अनशनकारियों को प्रशासन यहां से हटाने का प्रयास कर सकता है। इसके लिए अनशनकारी लोगों ने अपने लोगों की संख्या बढ़ाना शुरू कर दी है।