कायमगंज,फर्रूखाबाद। बालू खनन माफियाओं के चंगुल में फंसी पुलिस पिटी भी और लुटी भी। पंचायत के बाद किसी तरह लुटी हुई राइफलें वापस मिल सकीं। घटना के बाद इज्जत बचाने में जुटी पुलिस ने किसी भी तरह की घटना से किया साफ इंकार कर दिया।
कोतवाली क्षेत्र कायमगंज के गांव चौखडिय़ा निवासी पपलेश पुत्र पृथ्वीराज किसी मामले में वांछित बताया जा रहा है। जिसको गिरफ्तार करने के लिए थाना कम्पिल के एक एसआई अपने छ:हमराह सिपाहियों के साथ सरकारी जीप से पपलेश के घर शनिवार रात साढ़े दस बजे दबिश देने गये। पपलेश पुलिस के हत्थे नहीं चढ़ा। जहां से पुलिस पार्टी वापस लौट रही थी। पुलिस को ग्राम सिनौली के पास दो बालू लादे ट्रैक्टर दिखाई पड़े जिन्हें पुलिस ने रोका और पूछताछ की। तो पता चला कि यह ट्रैक्टर नगला भजी निवासी रामवीर व रक्षपाल के हैं। जो बालू भरकर ला रहे थे। मामला अवैध खनन का जानकर पुलिस ने व्यवस्था के अनुरूप लेन-देन की बात कही। मामला जब नहीं पटा तो दोनों ट्रैक्टरों पर दो-दो सिपाही बैठ गये और ट्रैक्टरों को आगे पीछे करवाकर पुलिस जीप बीच में चलाते हुए थाने ले चलने की तैयारी की। जैसे ही ट्रैक्टर गांव नगलाभजी के पास आये कि ट्रैक्टर चालकों ने शोर मचाते हुए ग्रमीणों को आवाज देकर कहा कि मुझे घेर लिया है बदमाशों ने। इतना सुनते ही पड़ोस के ग्रामीणों ने पूरी दमखम के साथ ट्रैक्टर व पुलिस पार्टी को घेर लिया और जब तक कुछ समझ पाते कि खाकी वर्दी को पीटते हुए चार राइफलें छीन लीं। मौका पाकर कम्पिल पुलिस पार्टी ने कोतवाली कायमगंज को सूचना दी। मामले की जानकारी होते ही कायमगंज पुलिस कोतवाली के पास ही में रहने वाले एक व्यक्ति को साथ लेकर मौके पर पहुंची जहां रात के साढ़ बारह बजे से लेकर सुबह के साढ़े तीन बजे तक पंचायत होती रही। आश्वस्त होने के बाद ग्रामीणों ने तीन राइफलें तुरन्त वापस कर दीं। एक राइफल काफी देर बाद बड़ी मशक्कत और मान-मनौव्वल के बाद बरामद हो सकी। तब जाकर खाकी ने राहत की सांस ली। जब इस सम्बन्ध में एसओ कम्पिल अनूप तिवारी से पूछा गया तो उन्होंने किसी भी घटना से साफ इंकार किया। जबकि क्षेत्राधिकारी कायमगंज का भी यहीं कहना था कि उनके संज्ञान में इस तरह की कोई बारदात अब तक नहीं आयी है।