लखनऊ : वर्तमान सांसद और पिछले लोकसभा चुनाव में दूसरे स्थान पर रहे पार्टी प्रत्याशियों को फिर चुनाव मैदान में उतारा जाए। सोमवार को मुख्यालय पर हुई बैठक में आम सहमती इस बात पर बनती देखी गयी|
प्रदेशाध्यक्ष लक्ष्मीकांत वाजपेयी की अध्यक्षता में प्रदेश की सभी 80 सीटों पर चर्चा की गई। पिछले लोकसभा चुनाव में जीते हुए दस सांसदों को दोबारा से मैदान में उतारा जाए। दूसरा स्थान पाए दस पूर्व प्रत्याशियों को भी आजमाया जाए। प्रदेश से 40 सांसद जिताने का लक्ष्य पाने के लिए करो या मरो की तर्ज पर तैयारियां करनी होगी।
बैठक में पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह भी मौजूद थे। उन्होंने जिताऊ प्रत्याशी उतारने के साथ दागी छवि वाले लोगों से बचने की सलाह दी। प्रत्याशी चयन में जातीय समीकरणों के साथ दमदारी का आंकलन भी किया जाए।
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बैठक में टिकट के दावेदारों में तीन पूर्व प्रदेशाध्यक्षों के अलावा एक दर्जन विधायकों के नाम पर भी विचार किया गया। उमाभारती, कलराज मिश्र, सतीश महाना, हुकुम सिंह, डॉ. नैपाल सिंह, साध्वी निरंजन ज्योति व लोकेंद्र जैसे नामों पर चर्चा के बाद प्रमुख प्रस्ताव केंद्रीय नेतृत्व को भेजने का निर्णय लिया गया।
प्रदेश प्रवक्ता विजय बहादुर पाठक ने बताया जिला स्तर पर जनांदोलनों का सिलसिला जारी रखने के लिए वरिष्ठ नेताओं से अपने अपने क्षेत्रों में नेतृत्व संभालने को कहा गया है। बैठक में कलराज मिश्र, लाल जी टण्डन, ओम प्रकाश सिंह, विनय कटियार, केशरीनाथ त्रिपाठी, रमापति राम त्रिपाठी, सूर्यप्रताप शाही, हुकुम सिंह भी उपस्थित रहे।